Psalm 146:4
उसका भी प्राण निकलेगा, वही भी मिट्टी में मिल जाएगा; उसी दिन उसकी सब कल्पनाएं नाश हो जाएंगी॥
Psalm 146:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
His breath goeth forth, he returneth to his earth; in that very day his thoughts perish.
American Standard Version (ASV)
His breath goeth forth, he returneth to his earth; In that very day his thoughts perish.
Bible in Basic English (BBE)
Man's breath goes out, he is turned back again to dust; in that day all his purposes come to an end.
Darby English Bible (DBY)
His breath goeth forth, he returneth to his earth; in that very day his purposes perish.
World English Bible (WEB)
His spirit departs, and he returns to the earth. In that very day, his thoughts perish.
Young's Literal Translation (YLT)
His spirit goeth forth, he returneth to his earth, In that day have his thoughts perished.
| His breath | תֵּצֵ֣א | tēṣēʾ | tay-TSAY |
| goeth forth, | ר֭וּחוֹ | rûḥô | ROO-hoh |
| he returneth | יָשֻׁ֣ב | yāšub | ya-SHOOV |
| earth; his to | לְאַדְמָת֑וֹ | lĕʾadmātô | leh-ad-ma-TOH |
| in that very | בַּיּ֥וֹם | bayyôm | BA-yome |
| day | הַ֝ה֗וּא | hahûʾ | HA-HOO |
| his thoughts | אָבְד֥וּ | ʾobdû | ove-DOO |
| perish. | עֶשְׁתֹּנֹתָֽיו׃ | ʿeštōnōtāyw | esh-toh-noh-TAIV |
Cross Reference
सभोपदेशक 12:7
जब मिट्टी ज्यों की त्यों मिट्टी में मिल जाएगी, और आत्मा परमेश्वर के पास जिसने उसे दिया लौट जाएगी।
भजन संहिता 104:29
तू मुख फेर लेता है, और वे घबरा जाते हैं; तू उनकी सांस ले लेता है, और उनके प्राण छूट जाते हैं और मिट्टी में फिर मिल जाते हैं।
उत्पत्ति 2:7
और यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूंक दिया; और आदम जीवता प्राणी बन गया।
1 कुरिन्थियों 2:6
फिर भी सिद्ध लोगों में हम ज्ञान सुनाते हैं: परन्तु इस संसार का और इस संसार के नाश होने वाले हाकिमों का ज्ञान नहीं।
उत्पत्ति 3:19
और अपने माथे के पसीने की रोटी खाया करेगा, और अन्त में मिट्टी में मिल जाएगा; क्योंकि तू उसी में से निकाला गया है, तू मिट्टी तो है और मिट्टी ही में फिर मिल जाएगा।
भजन संहिता 33:10
यहोवा अन्य अन्य जातियों की युक्ति को व्यर्थ कर देता है; वह देश देश के लोगों की कल्पनाओं को निष्फल करता है।
अय्यूब 17:11
मेरे दिन तो बीत चुके, और मेरी मनसाएं मिट गई, और जो मेरे मन में था, वह नाश हुआ है।
अय्यूब 17:1
मेरा प्राण नाश हुआ चाहता है, मेरे दिन पूरे हो चुके हैं; मेरे लिये कब्र तैयार है।
अय्यूब 14:21
उसके पुत्रों की बड़ाई होती है, और यह उसे नहीं सूझता; और उनकी घटी होती है, परन्तु वह उनका हाल नहीं जानता।
उत्पत्ति 6:17
और सुन, मैं आप पृथ्वी पर जलप्रलय करके सब प्राणियों को, जिन में जीवन की आत्मा है, आकाश के नीचे से नाश करने पर हूं: और सब जो पृथ्वी पर हैं मर जाएंगे।
दानिय्येल 5:23
वरन तू ने स्वर्ग के प्रभु के विरुद्ध सिर उठा कर उसके भवन के पात्र मंगवा कर अपने साम्हने धरवा लिए, और अपने प्रधानों और रानियों और रखेलियों समेत तू ने उन में दाखमधु पिया; और चान्दी-सोने, पीतल, लोहे, काठ और पत्थर के देवता, जो न देखते न सुनते, न कुछ जानते हैं, उनकी तो स्तुति की, परन्तु परमेश्वर, जिसके हाथ में तेरा प्राण है, और जिसके वश में तेरा सब चलना फिरना है, उसका सन्मान तू ने नहीं किया॥
विलापगीत 4:20
यहोवा का अभिषिक्त जो हमारा प्राण था, और जिसके विषय हम ने सोचा था कि अन्यजातियों के बीच हम उसकी शरण में जीवित रहेंगे, वह उनके खोदे हुए गड़हों में पकड़ा गया।
यशायाह 2:22
सो तुम मनुष्य से परे रहो जिसकी श्वास उसके नथनों में है, क्योंकि उसका मूल्य है ही क्या?
भजन संहिता 90:3
तू मनुष्य को लौटा कर चूर करता है, और कहता है, कि हे आदमियों, लौट आओ!
अय्यूब 27:3
क्योंकि अब तक मेरी सांस बराबर आती है, और ईश्वर का आत्मा मेरे नथुनों में बना है।
अय्यूब 14:10
परन्तु पुरुष मर जाता, और पड़ा रहता है; जब उसका प्राण छूट गया, तब वह कहां रहा?