Psalm 137:1
बाबुल की नहरों के किनारे हम लोग बैठ गए, और सिय्योन को स्मरण करके रो पड़े!
Psalm 137:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
By the rivers of Babylon, there we sat down, yea, we wept, when we remembered Zion.
American Standard Version (ASV)
By the rivers of Babylon, There we sat down, yea, we wept, When we remembered Zion.
Bible in Basic English (BBE)
By the rivers of Babylon we were seated, weeping at the memory of Zion,
Darby English Bible (DBY)
By the rivers of Babylon, there we sat down; yea, we wept when we remembered Zion.
World English Bible (WEB)
By the rivers of Babylon, there we sat down. Yes, we wept, when we remembered Zion.
Young's Literal Translation (YLT)
By rivers of Babylon -- There we did sit, Yea, we wept when we remembered Zion.
| By | עַ֥ל | ʿal | al |
| the rivers | נַהֲר֨וֹת׀ | nahărôt | na-huh-ROTE |
| of Babylon, | בָּבֶ֗ל | bābel | ba-VEL |
| there | שָׁ֣ם | šām | shahm |
| down, sat we | יָ֭שַׁבְנוּ | yāšabnû | YA-shahv-noo |
| yea, | גַּם | gam | ɡahm |
| we wept, | בָּכִ֑ינוּ | bākînû | ba-HEE-noo |
| when we remembered | בְּ֝זָכְרֵ֗נוּ | bĕzokrēnû | BEH-zoke-RAY-noo |
| אֶת | ʾet | et | |
| Zion. | צִיּֽוֹן׃ | ṣiyyôn | tsee-yone |
Cross Reference
यहेजकेल 1:1
तीसवें वर्ष के चौथे महीने के पांचवें दिन, मैं बंधुओं के बीच कबार नदी के तीर पर था, तब स्वर्ग खुल गया, और मैं ने परमेश्वर के दर्शन पाए।
विलापगीत 2:10
सिय्योन की पुत्री के पुरनिये भूमि पर चुपचाप बैठे हैं; उन्होंने अपने सिर पर धूल उड़ाई और टाट का फेंटा बान्धा है; यरूशलेम की कुमारियों ने अपना अपना सिर भूमि तक झुकाया है।
विलापगीत 2:18
वे प्रभु की ओर तन मन से पुकारते हैं! हे सिय्योन की कुमारी (की शहरपनाह), अपने आंसू रात दिन नदी की नाईं बहाती रह! तनिक भी विश्राम न ले, न तेरी आंख की पुतली चैन ले!
विलापगीत 3:48
मेरी आंखों से मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण जल की धाराएं बह रही है।
विलापगीत 3:51
अपनी नगरी की सब स्त्रियों का हाल देखने पर मेरा दु:ख बढ़ता है।
यहेजकेल 1:3
यहोवा का वचन बूजी के पुत्र यहेजकेल याजक के पास पहुचा; और यहोवा की शक्ति उस पर वहीं प्रगट हुई।
यहेजकेल 3:15
और मैं उन बंधुओं के पास आया जो कबार नदी के तीर पर तेलाबीब में रहते थे। और वहां मैं सात दिन तक उनके बीच व्याकुल हो कर बैठा रहा।
दानिय्येल 9:3
तब मैं अपना मुख परमेश्वर की ओर कर के गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा, और उपवास कर, टाट पहिन, राख में बैठ कर वरदान मांगने लगा।
दानिय्येल 10:2
उन दिनों मैं, दानिय्येल, तीन सप्ताह तक शोक करता रहा।
लूका 19:41
जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।
प्रकाशित वाक्य 11:3
और मैं अपने दो गवाहों को यह अधिकार दूंगा, कि टाट ओढे हुए एक हजार दो सौ साठ दिन तक भविष्यद्ववाणी करें।
विलापगीत 1:16
इन बातों के कारण मैं रोती हूँ; मेरी आंखों से आंसू की धारा बहती रहती है; क्योंकि जिस शान्तिदाता के कारण मेरा जी हरा भरा हो जाता था, वह मुझ से दूर हो गया; मेरे लड़के-बाले अकेले हो गए, क्योंकि शत्रु प्रबल हुआ है।
यिर्मयाह 51:50
हे तलवार से बचे हुओ, भागो, खड़े मत रहो! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लो:
एज्रा 8:21
तब मैं ने वहां अर्थात अहवा नदी के तीर पर उपवास का प्रचार इस आशय से किया, कि हम परमेश्वर के साम्हने दीन हों; और उस से अपने और अपने बाल-बच्चों और अपनी समस्त सम्पत्ति के लिये सरल यात्रा मांगें।
एज्रा 8:31
पहिले महीने के बारहवें दिन को हम ने अहवा नदी से कूच कर के यरूशलेम का मार्ग लिया, और हमारे परमेश्वर की कृपादृष्टि हम पर रही; और उसने हम को शत्रुओं और मार्ग पर घात लगाने वालों के हाथ से बचाया।
नहेमायाह 1:3
उन्होंने मुझ से कहा, जो बचे हुए लोग बन्धुआई से छूटकर उस प्रान्त में रहते हैं, वे बड़ी दुर्दशा में पड़े हैं, और उनकी निन्दा होती है; क्योंकि यरूशलेम की शहरपनाह टूटी हुई, और उसके फाटक जले हुए हैं।
नहेमायाह 2:3
तब मैं अत्यन्त डर गया। और राजा से कहा, राजा सदा जीवित रहे! जब वह नगर जिस में मेरे पुरखाओं की कबरें हैं, उजाड़ पड़ा है और उसके फाटक जले हुए हैं, तो मेरा मुंह क्यों न उतरे?
अय्यूब 2:12
जब उन्होंने दूर से आंख उठा कर अय्यूब को देखा और उसे न चीन्ह सके, तब चिल्लाकर रो उठे; और अपना अपना बागा फाड़ा, और आकाश की ओर धूलि उड़ाकर अपने अपने सिर पर डाली।
भजन संहिता 42:4
मैं भीड़ के संग जाया करता था, मैं जयजयकार और धन्यवाद के साथ उत्सव करने वाली भीड़ के बीच में परमेश्वर के भवन को धीरे धीरे जाया करता था; यह स्मरण करके मेरा प्राण शोकित हो जाता है।
भजन संहिता 102:9
क्योंकि मैं ने रोटी की नाईं राख खाई और आंसू मिला कर पानी पीता हूं।
यशायाह 66:10
हे यरूशलेम से सब प्रेम रखने वालो, उसके साथ आनन्द करो और उसके कारण मगन हो; हे उसके विषय सब विलाप करने वालो उसके साथ हषिर्त हो!
यिर्मयाह 13:17
और यदि तुम इसे न सुनो, तो मैं अकेले में तुम्हारे गर्व के कारण रोऊंगा, और मेरी आंखों से आंसुओं की धारा बहती रहेगी, क्योंकि यहोवा की भेड़ें बंधुआ कर ली गई हैं।
यिर्मयाह 15:17
तेरी छाया मुझ पर इुई; मैं मन बहलाने वालों के बीच बैठकर प्रसन्न नहीं हुआ; तेरे हाथ के दबाव से मैं अकेला बैठा, क्योंकि तू ने मुझे क्रोध से भर दिया था।
उत्पत्ति 2:10
और उस वाटिका को सींचने के लिये एक महानदी अदन से निकली और वहां से आगे बहकर चार धारा में हो गई।