भजन संहिता 119:131
मैं मुंह खोल कर हांफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
I opened | פִּֽי | pî | pee |
my mouth, | פָ֭עַרְתִּי | pāʿartî | FA-ar-tee |
and panted: | וָאֶשְׁאָ֑פָה | wāʾešʾāpâ | va-esh-AH-fa |
for | כִּ֖י | kî | kee |
I longed | לְמִצְוֹתֶ֣יךָ | lĕmiṣwōtêkā | leh-mee-ts-oh-TAY-ha |
for thy commandments. | יָאָֽבְתִּי׃ | yāʾābĕttî | ya-AH-veh-tee |