भजन संहिता 104:5
तू ने पृथ्वी को उसकी नीव पर स्थिर किया है, ताकि वह कभी न डगमगाए।
Who laid | יָֽסַד | yāsad | YA-sahd |
אֶ֭רֶץ | ʾereṣ | EH-rets | |
the foundations | עַל | ʿal | al |
earth, the of | מְכוֹנֶ֑יהָ | mĕkônêhā | meh-hoh-NAY-ha |
not should it that | בַּל | bal | bahl |
be removed | תִּ֝מּ֗וֹט | timmôṭ | TEE-mote |
for ever. | עוֹלָ֥ם | ʿôlām | oh-LAHM |
וָעֶֽד׃ | wāʿed | va-ED |