भजन संहिता 104:32
उसकी दृष्टि ही से पृथ्वी कांप उठती है, और उसके छूते ही पहाड़ों से धुआं निकलता है।
He looketh | הַמַּבִּ֣יט | hammabbîṭ | ha-ma-BEET |
on the earth, | לָ֭אָרֶץ | lāʾāreṣ | LA-ah-rets |
trembleth: it and | וַתִּרְעָ֑ד | wattirʿād | va-teer-AD |
he toucheth | יִגַּ֖ע | yiggaʿ | yee-ɡA |
the hills, | בֶּהָרִ֣ים | behārîm | beh-ha-REEM |
and they smoke. | וְֽיֶעֱשָֽׁנוּ׃ | wĕyeʿĕšānû | VEH-yeh-ay-SHA-noo |