भजन संहिता 104:14
तू पशुओं के लिये घास, और मनुष्यों के काम के लिये अन्न आदि उपजाता है, और इस रीति भूमि से वह भोजन- वस्तुएं उत्पन्न करता है,
He causeth the grass | מַצְמִ֤יחַ | maṣmîaḥ | mahts-MEE-ak |
to grow | חָצִ֨יר׀ | ḥāṣîr | ha-TSEER |
cattle, the for | לַבְּהֵמָ֗ה | labbĕhēmâ | la-beh-hay-MA |
and herb | וְ֭עֵשֶׂב | wĕʿēśeb | VEH-ay-sev |
service the for | לַעֲבֹדַ֣ת | laʿăbōdat | la-uh-voh-DAHT |
of man: | הָאָדָ֑ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
forth bring may he that | לְה֥וֹצִיא | lĕhôṣîʾ | leh-HOH-tsee |
food | לֶ֝֗חֶם | leḥem | LEH-hem |
out of | מִן | min | meen |
the earth; | הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |