भजन संहिता 102:27
परन्तु तू वहीं है, और तेरे वर्षों का अन्त नहीं होने का।
But thou | וְאַתָּה | wĕʾattâ | veh-ah-TA |
art the same, | ה֑וּא | hûʾ | hoo |
years thy and | וּ֝שְׁנוֹתֶ֗יךָ | ûšĕnôtêkā | OO-sheh-noh-TAY-ha |
shall have no | לֹ֣א | lōʾ | loh |
end. | יִתָּֽמּוּ׃ | yittāmmû | yee-TA-moo |