भजन संहिता 102:2
मेरे संकट के दिन अपना मुख मुझ से न छिपा ले; अपना कान मेरी ओर लगा; जिस समय मैं पुकारूं, उसी समय फुर्ती से मेरी सुन ले!
Hide | אַל | ʾal | al |
not | תַּסְתֵּ֬ר | tastēr | tahs-TARE |
thy face | פָּנֶ֨יךָ׀ | pānêkā | pa-NAY-ha |
from | מִמֶּנִּי֮ | mimmenniy | mee-meh-NEE |
day the in me | בְּי֪וֹם | bĕyôm | beh-YOME |
when I am in trouble; | צַ֫ר | ṣar | tsahr |
incline | לִ֥י | lî | lee |
thine ear | הַטֵּֽה | haṭṭē | ha-TAY |
unto | אֵלַ֥י | ʾēlay | ay-LAI |
day the in me: | אָזְנֶ֑ךָ | ʾoznekā | oze-NEH-ha |
when I call | בְּי֥וֹם | bĕyôm | beh-YOME |
answer | אֶ֝קְרָ֗א | ʾeqrāʾ | EK-RA |
me speedily. | מַהֵ֥ר | mahēr | ma-HARE |
עֲנֵֽנִי׃ | ʿănēnî | uh-NAY-nee |