नीतिवचन 30:2
निश्चय मैं पशु सरीखा हूं, वरन मनुष्य कहलाने के योग्य भी नहीं; और मनुष्य की समझ मुझ में नहीं है।
Surely | כִּ֤י | kî | kee |
I | בַ֣עַר | baʿar | VA-ar |
am more brutish | אָנֹכִ֣י | ʾānōkî | ah-noh-HEE |
than any man, | מֵאִ֑ישׁ | mēʾîš | may-EESH |
not have and | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
the understanding | בִינַ֖ת | bînat | vee-NAHT |
of a man. | אָדָ֣ם | ʾādām | ah-DAHM |
לִֽי׃ | lî | lee |