नीतिवचन 18:20
मनुष्य का पेट मुंह की बातों के फल से भरता है; और बोलने से जो कुछ प्राप्त होता है उस से वह तृप्त होता है।
A man's | מִפְּרִ֣י | mippĕrî | mee-peh-REE |
belly | פִי | pî | fee |
satisfied be shall | אִ֭ישׁ | ʾîš | eesh |
with the fruit | תִּשְׂבַּ֣ע | tiśbaʿ | tees-BA |
mouth; his of | בִּטְנ֑וֹ | biṭnô | beet-NOH |
and with the increase | תְּבוּאַ֖ת | tĕbûʾat | teh-voo-AT |
lips his of | שְׂפָתָ֣יו | śĕpātāyw | seh-fa-TAV |
shall he be filled. | יִשְׂבָּֽע׃ | yiśbāʿ | yees-BA |