Proverbs 17:8
देने वाले के हाथ में घूस मोह लेने वाले मणि का काम देता है; जिधर ऐसा पुरूष फिरता, उधर ही उसका काम सुफल होता है।
Proverbs 17:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
A gift is as a precious stone in the eyes of him that hath it: whithersoever it turneth, it prospereth.
American Standard Version (ASV)
A bribe is `as' a precious stone in the eyes of him that hath it; Whithersoever it turneth, it prospereth.
Bible in Basic English (BBE)
An offering of money is like a stone of great price in the eyes of him who has it: wherever he goes, he does well.
Darby English Bible (DBY)
A gift is a precious stone in the eyes of the possessor: whithersoever it turneth it prospereth.
World English Bible (WEB)
A bribe is a precious stone in the eyes of him who gives it; Wherever he turns, he prospers.
Young's Literal Translation (YLT)
A stone of grace `is' the bribe in the eyes of its possessors, Whithersoever it turneth, it prospereth.
| A gift | אֶֽבֶן | ʾeben | EH-ven |
| is as a precious | חֵ֣ן | ḥēn | hane |
| stone | הַ֭שֹּׁחַד | haššōḥad | HA-shoh-hahd |
| in the eyes | בְּעֵינֵ֣י | bĕʿênê | beh-ay-NAY |
| hath that him of | בְעָלָ֑יו | bĕʿālāyw | veh-ah-LAV |
| it: whithersoever | אֶֽל | ʾel | el |
| כָּל | kāl | kahl | |
| it turneth, | אֲשֶׁ֖ר | ʾăšer | uh-SHER |
| it prospereth. | יִפְנֶ֣ה | yipne | yeef-NEH |
| יַשְׂכִּֽיל׃ | yaśkîl | yahs-KEEL |
Cross Reference
नीतिवचन 17:23
दुष्ट जन न्याय बिगाड़ने के लिये, अपनी गांठ से घूस निकालता है।
निर्गमन 23:8
घूस न लेना, क्योंकि घूस देखने वालों को भी अन्धा कर देता, और धर्मियों की बातें पलट देता है।
मीका 7:3
वे अपने दोनों हाथों से मन लगा कर बुराई करते हैं; हाकिम घूस मांगता, और न्यायी घूस लेने को तैयार रहता है, और रईस अपने मन की दुष्टता वर्णन करता है; इसी प्रकार से वे सब मिल कर जालसाजी करते हैं।
आमोस 5:12
क्योंकि मैं जानता हूं कि तुम्हारे पाप भारी हैं। तुम धर्मी को सताते और घूस लेते, और फाटक में दरिद्रों का न्याय बिगाड़ते हो।
यशायाह 1:23
तेरे हाकिम हठीले और चोरों से मिले हैं। वे सब के सब घूस खाने वाले और भेंट के लालची हैं। वे अनाथ का न्याय नहीं करते, और न विधवा का मुकद्दमा अपने पास आने देते हैं।
नीतिवचन 21:14
गुप्त में दी हुई भेंट से क्रोध ठण्डा होता है, और चुपके से दी हुई घूस से बड़ी जलजलाहट भी थमती है।
भजन संहिता 29:4
यहोवा की वाणी शक्तिशाली है, यहोवा की वाणी प्रतापमय है।
भजन संहिता 21:13
हे यहोवा, अपनी सामर्थ्य में महान हो! और हम गा गाकर तेरे पराक्रम का भजन सुनाएंगे॥
भजन संहिता 19:6
वह आकाश की एक छोर से निकलता है, और वह उसकी दूसरी छोर तक चक्कर मारता है; और उसकी गर्मी सब को पहुंचती है॥
भजन संहिता 18:16
उसने ऊपर से हाथ बढ़ाकर मुझे थाम लिया, और गहिरे जल में से खींच लिया।
2 शमूएल 16:1
दाऊद चोटी पर से थोड़ी दूर बढ़ गया था, कि मपीबोशेत का कर्मचारी सीबा एक जोड़ी, जीन बान्धे हुए गदहों पर दो सौ रोटी, किशमिश की एक सौ टिकिया, धूपकाल के फल की एक सौ टिकिया, और कुप्पी भर दाखमधु, लादे हुए उस से आ मिला।
1 शमूएल 25:35
तब दाऊद ने उसे ग्रहण किया जो वह उसके लिये लाई थी; फिर उस से उसने कहा, अपने घर कुशल से जा; सुन, मैं ने तेरी बात मानी है और तेरी बिनती ग्रहण कर ली है।
व्यवस्थाविवरण 16:19
तुम न्याय न बिगाड़ना; तू न तो पक्षपात करना; और न तो घूस लेना, क्योंकि घूस बुद्धिमान की आंखें अन्धी कर देती है, और धर्मियों की बातें पलट देती है।
उत्पत्ति 43:11
तब उनके पिता इस्राएल ने उन से कहा, यदि सचमुच ऐसी ही बात है, तो यह करो; इस देश की उत्तम उत्तम वस्तुओं में से कुछ कुछ अपने बोरों में उस पुरूष के लिये भेंट ले जाओ: जैसे थोड़ा सा बलसान, और थोड़ा सा मधु, और कुछ सुगन्ध द्रव्य, और गन्धरस, पिस्ते, और बादाम।
उत्पत्ति 33:9
ऐसाव ने कहा, हे मेरे भाई, मेरे पास तो बहुत है; जो कुछ तेरा है सो तेरा ही रहे।