नीतिवचन 17:5
जो निर्धन को ठट्ठों में उड़ाता है, वह उसके कर्त्ता की निन्दा करता है; और जो किसी की विपत्ति पर हंसता, वह निर्दोष नहीं ठहरेगा।
Whoso mocketh | לֹעֵ֣ג | lōʿēg | loh-AɡE |
the poor | לָ֭רָשׁ | lāroš | LA-rohsh |
reproacheth | חֵרֵ֣ף | ḥērēp | hay-RAFE |
his Maker: | עֹשֵׂ֑הוּ | ʿōśēhû | oh-SAY-hoo |
glad is that he and | שָׂמֵ֥חַ | śāmēaḥ | sa-MAY-ak |
at calamities | לְ֝אֵ֗יד | lĕʾêd | LEH-ADE |
shall not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
be unpunished. | יִנָּקֶֽה׃ | yinnāqe | yee-na-KEH |