नहेमायाह 1:1
हकल्याह के पुत्र नहेमायाह के वचन। बीसवें वर्ष के किसलवे नाम महीने में, जब मैं शूशन नाम राजगढ़ में रहता था,
The words | דִּבְרֵ֥י | dibrê | deev-RAY |
of Nehemiah | נְחֶמְיָ֖ה | nĕḥemyâ | neh-hem-YA |
the son | בֶּן | ben | ben |
Hachaliah. of | חֲכַלְיָ֑ה | ḥăkalyâ | huh-hahl-YA |
And it came to pass | וַיְהִ֤י | wayhî | vai-HEE |
month the in | בְחֹֽדֶשׁ | bĕḥōdeš | veh-HOH-desh |
Chisleu, | כִּסְלֵו֙ | kislēw | kees-LAVE |
in the twentieth | שְׁנַ֣ת | šĕnat | sheh-NAHT |
year, | עֶשְׂרִ֔ים | ʿeśrîm | es-REEM |
I as | וַֽאֲנִ֥י | waʾănî | va-uh-NEE |
was | הָיִ֖יתִי | hāyîtî | ha-YEE-tee |
in Shushan | בְּשׁוּשַׁ֥ן | bĕšûšan | beh-shoo-SHAHN |
the palace, | הַבִּירָֽה׃ | habbîrâ | ha-bee-RA |