न्यायियों 17:2
उसने अपनी माता से कहा, जो ग्यारह सौ टुकड़े चान्दी तुझ से ले लिए गए थे, जिनके विषय में तू ने मेरे सुनते भी शाप दिया था, वे मेरे पास हैं; मैं ने ही उन को ले लिया था। उसकी माता ने कहा, मेरे बेटे पर यहोवा की ओर से आशीष होए।
And he said | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
mother, his unto | לְאִמּ֡וֹ | lĕʾimmô | leh-EE-moh |
The eleven hundred | אֶלֶף֩ | ʾelep | eh-LEF |
וּמֵאָ֨ה | ûmēʾâ | oo-may-AH | |
silver of shekels | הַכֶּ֜סֶף | hakkesep | ha-KEH-sef |
that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
were taken | לֻֽקַּֽח | luqqaḥ | LOO-KAHK |
thou which about thee, from | לָ֗ךְ | lāk | lahk |
cursedst, | וְאַ֤תְּי | wĕʾattĕy | veh-AH-teh |
and spakest | אָלִית֙ | ʾālît | ah-LEET |
also of | וְגַם֙ | wĕgam | veh-ɡAHM |
in mine ears, | אָמַ֣רְתְּ | ʾāmarĕt | ah-MA-ret |
behold, | בְּאָזְנַ֔י | bĕʾoznay | beh-oze-NAI |
the silver | הִנֵּֽה | hinnē | hee-NAY |
with is | הַכֶּ֥סֶף | hakkesep | ha-KEH-sef |
me; I | אִתִּ֖י | ʾittî | ee-TEE |
took | אֲנִ֣י | ʾănî | uh-NEE |
mother his And it. | לְקַחְתִּ֑יו | lĕqaḥtîw | leh-kahk-TEEOO |
said, | וַתֹּ֣אמֶר | wattōʾmer | va-TOH-mer |
Blessed | אִמּ֔וֹ | ʾimmô | EE-moh |
Lord, the of thou be | בָּר֥וּךְ | bārûk | ba-ROOK |
my son. | בְּנִ֖י | bĕnî | beh-NEE |
לַֽיהוָֽה׃ | layhwâ | LAI-VA |