योना 4:9
परमेश्वर ने योना से कहा, तेरा क्रोध, जो रेंड़ के पेड़ के कारण भड़का है, क्या वह उचित है? उसने कहा, हां, मेरा जो क्रोध भड़का है वह अच्छा ही है, वरन क्रोध के मारे मरना भी अच्छा होता।
And God | וַיֹּ֤אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said | אֱלֹהִים֙ | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
to | אֶל | ʾel | el |
Jonah, | יוֹנָ֔ה | yônâ | yoh-NA |
well thou Doest | הַהֵיטֵ֥ב | hahêṭēb | ha-hay-TAVE |
to be angry | חָרָֽה | ḥārâ | ha-RA |
for | לְךָ֖ | lĕkā | leh-HA |
gourd? the | עַל | ʿal | al |
And he said, | הַקִּֽיקָי֑וֹן | haqqîqāyôn | ha-kee-ka-YONE |
well do I | וַיֹּ֕אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
to be angry, | הֵיטֵ֥ב | hêṭēb | hay-TAVE |
even unto | חָֽרָה | ḥārâ | HA-ra |
death. | לִ֖י | lî | lee |
עַד | ʿad | ad | |
מָֽוֶת׃ | māwet | MA-vet |