Jeremiah 8:13
यहोवा की सह भी वाणी है, मैं उन सभों का अन्त कर दूंगा। न तो उनकी दाखलताओं में दाख पाई जाएंगी, और न अंजीर के वृक्षों में अंजीर वरन उनके पत्ते भी सूख जाएंगे, और जो कुछ मैं ने उन्हें दिया है वह उनके पास से जाता रहेगा।
Jeremiah 8:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
I will surely consume them, saith the LORD: there shall be no grapes on the vine, nor figs on the fig tree, and the leaf shall fade; and the things that I have given them shall pass away from them.
American Standard Version (ASV)
I will utterly consume them, saith Jehovah: there shall be no grapes on the vine, nor figs on the fig-tree, and the leaf shall fade; and `the things that' I have given them shall pass away from them.
Bible in Basic English (BBE)
I will put an end to them completely, says the Lord: there are no grapes on the vine and no figs on the fig-tree, and the leaf is dry.
Darby English Bible (DBY)
I will utterly take them away, saith Jehovah: there are no grapes on the vine, nor figs on the fig-tree; and the leaf is faded: and I will give them up to those that shall pass over them.
World English Bible (WEB)
I will utterly consume them, says Yahweh: there shall be no grapes on the vine, nor figs on the fig tree, and the leaf shall fade; and [the things that] I have given them shall pass away from them.
Young's Literal Translation (YLT)
I utterly consume them, an affirmation of Jehovah, There are no grapes in the vine, Yea, there are no figs in the fig-tree, And the leaf hath faded, And the strength they have passeth from them.
| I will surely | אָסֹ֥ף | ʾāsōp | ah-SOFE |
| consume | אֲסִיפֵ֖ם | ʾăsîpēm | uh-see-FAME |
| saith them, | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
| the Lord: | יְהוָֹ֑ה | yĕhôâ | yeh-hoh-AH |
| no be shall there | אֵין֩ | ʾên | ane |
| grapes | עֲנָבִ֨ים | ʿănābîm | uh-na-VEEM |
| vine, the on | בַּגֶּ֜פֶן | baggepen | ba-ɡEH-fen |
| nor | וְאֵ֧ין | wĕʾên | veh-ANE |
| figs | תְּאֵנִ֣ים | tĕʾēnîm | teh-ay-NEEM |
| tree, fig the on | בַּתְּאֵנָ֗ה | battĕʾēnâ | ba-teh-ay-NA |
| and the leaf | וְהֶֽעָלֶה֙ | wĕheʿāleh | veh-heh-ah-LEH |
| fade; shall | נָבֵ֔ל | nābēl | na-VALE |
| given have I that things the and | וָאֶתֵּ֥ן | wāʾettēn | va-eh-TANE |
| them shall pass away | לָהֶ֖ם | lāhem | la-HEM |
| from them. | יַעַבְרֽוּם׃ | yaʿabrûm | ya-av-ROOM |
Cross Reference
मत्ती 21:19
और अंजीर का एक पेड़ सड़क के किनारे देखकर वह उसके पास गया, और पत्तों को छोड़ उस में और कुछ न पाकर उस से कहा, अब से तुझ में फिर कभी फल न लगे; और अंजीर का पेड़ तुरन्त सुख गया।
योएल 1:7
उसने मेरी दाखलता को उजाड़ दिया, और मेरे अंजीर के वृक्ष को तोड़ डाला है; उसने उसकी सब छाल छील कर उसे गिरा दिया है, और उसकी डालियां छिलने से सफेद हो गई हैं॥
याकूब 1:11
क्योंकि सूर्य उदय होते ही कड़ी धूप पड़ती है और घास को सुखा देती है, और उसका फूल झड़ जाता है, और उस की शोभा जाती रहती है; उसी प्रकार धनवान भी अपने मार्ग पर चलते चलते धूल में मिल जाएगा।
लूका 13:6
फिर उस ने यह दृष्टान्त भी कहा, कि किसी की अंगूर की बारी में एक अंजीर का पेड़ लगा हुआ था: वह उस में फल ढूंढ़ने आया, परन्तु न पाया।
हाग्गै 2:17
मैं ने तुम्हारी सारी खेती को लू और गरूई और ओलों से मारा, तौभी तुम मेरी ओर न फिरे, यहोवा की यही वाणी है।
हाग्गै 1:11
और मेरी आज्ञा से पृथ्वी और पहाड़ों पर, और अन्न और नये दाखमधु पर और ताजे तेल पर, और जो कुछ भूमि से उपजता है उस पर, और मनुष्यों और घरैलू पशुओं पर, और उनके परिश्रम की सारी कमाई पर भी अकाल पड़ा है॥
हबक्कूक 3:17
क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़-बकरियां न रहें, और न थानों में गाय बैल हों,
योएल 1:10
खेती मारी गई, भूमि विलाप करती है; क्योंकि अन्न नाश हो गया, नया दाखमधु सूख गया, तेल भी सूख गया है॥
होशे 2:8
वह यह नहीं जानती थी, कि अन्न, नया दाखमधु और तेल मैं ही उसे देता था, और उसके लिये वह चान्दी सोना जिस को वे बाल देवता के काम में ले आते हैं, मैं ही बढ़ाता था।
यहेजकेल 24:3
और इस बलवई घराने से यह दृष्टान्त कह, प्रभु यहोवा कहता है, हण्डे को आग पर धर दो; उसे धरकर उस में पानी डाल दो;
यहेजकेल 22:19
इस कारण प्रभु यहोवा उन से यों कहता है, इसलिये कि तुम सब के सब धातु के मैल के समान बन गए हो, हो देखो, मैं तुम को यरूशलेम के भीतर इकट्ठा करने पर हूँ।
यिर्मयाह 17:8
वह उस वृक्ष के समान होगा जो नदी के तीर पर लगा हो और उसकी जड़ जल के पास फैली हो; जब घाम होगा तब उसको न लगेगा, उसके पत्ते हरे रहेंगे, और सूखे वर्ष में भी उनके विषय में कुछ चिन्ता न होगी, क्योंकि वह तब भी फलता रहेगा।
यिर्मयाह 5:17
तुम्हारे पक्के खेत और भोजनवस्तुएं जो तुम्हारे बेटे-बेटियों के खाने के लिये हैं उन्हें वे खा जाएंगे। वे तुम्हारी भेड़-बकरियों और गाय-बैलों को खा डालेंगे; वे तुम्हारी दाखों और अंजीरों को खा जाएंगे; और जिन गढ़ वाले नगरों पर तुम भरोसा रखते हो उन्हें वे तलवार के बल से नाश कर देंगे।
यशायाह 24:21
उस समय ऐसा होगा कि यहोवा आकाश की सेना को आकाश में और पृथ्वी के राजाओं को पृथ्वी ही पर दण्ड देगा।
यशायाह 5:10
क्योंकि दस बीघे की दाख की बारी से एक ही बत दाखमधु मिलेगा, और होमेर भर के बीच से एक ही एपा अन्न उत्पन्न होगा॥
यशायाह 5:4
मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं?
भजन संहिता 1:3
वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥
व्यवस्थाविवरण 28:39
तू दाख की बारियां लगाकर उन मे काम तो करेगा, परन्तु उनकी दाख का मधु पीने न पाएगा, वरन फल भी तोड़ने न पाएगा; क्योंकि कीड़े उन को खा जाएंगे।
लैव्यवस्था 26:20
और तुम्हारा बल अकारथ गंवाया जाएगा, क्योंकि तुम्हारी भूमि अपनी उपज न उपजाएगी, और मैदान के वृक्ष अपने फल न देंगे।