यिर्मयाह 52:11
फिर बाबुल के राजा ने सिदकिय्याह की आंखों को फुड़वा डाला, और उसको बेडिय़ों से जकड़ कर बाबुल तक ले गया, और उसको बन्दीगृह में डाल दिया। सो वह मृत्यु के दिन तक वहीं रहा।
Then he put out | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
the eyes | עֵינֵ֥י | ʿênê | ay-NAY |
Zedekiah; of | צִדְקִיָּ֖הוּ | ṣidqiyyāhû | tseed-kee-YA-hoo |
and the king | עִוֵּ֑ר | ʿiwwēr | ee-WARE |
of Babylon | וַיַּאַסְרֵ֣הוּ | wayyaʾasrēhû | va-ya-as-RAY-hoo |
bound | בַֽנְחֻשְׁתַּ֗יִם | banḥuštayim | vahn-hoosh-TA-yeem |
chains, in him | וַיְבִאֵ֤הוּ | waybiʾēhû | vai-vee-A-hoo |
and carried | מֶֽלֶךְ | melek | MEH-lek |
him to Babylon, | בָּבֶל֙ | bābel | ba-VEL |
and put | בָּבֶ֔לָה | bābelâ | ba-VEH-la |
prison in him | וַיִּתְּנֵ֥הוּ | wayyittĕnēhû | va-yee-teh-NAY-hoo |
till | בֵֽבית | bēbyt | VAVE-y-t |
the day | הַפְּקֻדֹּ֖ת | happĕquddōt | ha-peh-koo-DOTE |
of his death. | עַד | ʿad | ad |
י֥וֹם | yôm | yome | |
מוֹתֽוֹ׃ | môtô | moh-TOH |