यिर्मयाह 33:26
तब ही मैं याकूब के वंश से हाथ उठाऊंगा।,और इब्राहीम, इसहाक और याकूब के वंश पर प्रभुता करने के लिये अपने दास दाऊद के वंश में से किसी को फिर न ठहराऊंगा। परन्तु इसके विपरीत मैं उन पर दया कर के उन को बंधुआई से लौटा लाऊंगा।
Then | גַּם | gam | ɡahm |
will I cast away | זֶ֣רַע | zeraʿ | ZEH-ra |
seed the | יַעֲקוֹב֩ | yaʿăqôb | ya-uh-KOVE |
of Jacob, | וְדָוִ֨ד | wĕdāwid | veh-da-VEED |
and David | עַבְדִּ֜י | ʿabdî | av-DEE |
servant, my | אֶמְאַ֗ס | ʾemʾas | em-AS |
take not will I that so | מִקַּ֤חַת | miqqaḥat | mee-KA-haht |
any of his seed | מִזַּרְעוֹ֙ | mizzarʿô | mee-zahr-OH |
rulers be to | מֹֽשְׁלִ֔ים | mōšĕlîm | moh-sheh-LEEM |
over | אֶל | ʾel | el |
the seed | זֶ֥רַע | zeraʿ | ZEH-ra |
of Abraham, | אַבְרָהָ֖ם | ʾabrāhām | av-ra-HAHM |
Isaac, | יִשְׂחָ֣ק | yiśḥāq | yees-HAHK |
and Jacob: | וְיַעֲקֹ֑ב | wĕyaʿăqōb | veh-ya-uh-KOVE |
for | כִּֽי | kî | kee |
cause will I | אָשִׁ֥וב | ʾāšiwb | ah-SHEEV-v |
their captivity | אֶת | ʾet | et |
return, to | שְׁבוּתָ֖ם | šĕbûtām | sheh-voo-TAHM |
and have mercy | וְרִחַמְתִּֽים׃ | wĕriḥamtîm | veh-ree-hahm-TEEM |