Jeremiah 31:35
जिसने दिन को प्रकाश देने के लिये सूर्य को और रात को प्रकाश देने के लिये चन्द्रमा और तारागण के नियम ठहराए हैं, जो समुद्र को उछालता और उसकी लहरों को गरजाता है, और जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है, वही यहोवा यों कहता है:
Jeremiah 31:35 in Other Translations
King James Version (KJV)
Thus saith the LORD, which giveth the sun for a light by day, and the ordinances of the moon and of the stars for a light by night, which divideth the sea when the waves thereof roar; The LORD of hosts is his name:
American Standard Version (ASV)
Thus saith Jehovah, who giveth the sun for a light by day, and the ordinances of the moon and of the stars for a light by night, who stirreth up the sea, so that the waves thereof roar; Jehovah of hosts is his name:
Bible in Basic English (BBE)
These are the words of the Lord, who has given the sun for a light by day, ordering the moon and stars for a light by night, who puts the sea in motion, causing the thunder of its waves; the Lord of armies is his name.
Darby English Bible (DBY)
Thus saith Jehovah, who giveth the sun for light by day, the ordinances of the moon and of the stars for light by night, who stirreth up the sea so that the waves thereof roar, -- Jehovah of hosts is his name:
World English Bible (WEB)
Thus says Yahweh, who gives the sun for a light by day, and the ordinances of the moon and of the stars for a light by night, who stirs up the sea, so that the waves of it roar; Yahweh of hosts is his name:
Young's Literal Translation (YLT)
Thus said Jehovah, Who is giving the sun for a light by day, The statutes of moon and stars for a light by night, Quieting the sea when its billows roar, Jehovah of Hosts `is' His name:
| Thus | כֹּ֣ה׀ | kō | koh |
| saith | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
| the Lord, | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| which giveth | נֹתֵ֥ן | nōtēn | noh-TANE |
| the sun | שֶׁ֙מֶשׁ֙ | šemeš | SHEH-MESH |
| light a for | לְא֣וֹר | lĕʾôr | leh-ORE |
| by day, | יוֹמָ֔ם | yômām | yoh-MAHM |
| ordinances the and | חֻקֹּ֛ת | ḥuqqōt | hoo-KOTE |
| of the moon | יָרֵ֥חַ | yārēaḥ | ya-RAY-ak |
| stars the of and | וְכוֹכָבִ֖ים | wĕkôkābîm | veh-hoh-ha-VEEM |
| for a light | לְא֣וֹר | lĕʾôr | leh-ORE |
| night, by | לָ֑יְלָה | lāyĕlâ | LA-yeh-la |
| which divideth | רֹגַ֤ע | rōgaʿ | roh-ɡA |
| the sea | הַיָּם֙ | hayyām | ha-YAHM |
| waves the when | וַיֶּהֱמ֣וּ | wayyehĕmû | va-yeh-hay-MOO |
| thereof roar; | גַלָּ֔יו | gallāyw | ɡa-LAV |
| The Lord | יְהוָ֥ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| hosts of | צְבָא֖וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
| is his name: | שְׁמֽוֹ׃ | šĕmô | sheh-MOH |
Cross Reference
यिर्मयाह 10:16
परन्तु याकूब का निज भाग उनके समान नहीं है, क्योंकि वह तो सब का सृजनहार है, और इस्राएल उसके निज भाग का गोत्र है; सेनाओं का यहोवा उसका नाम है।
यशायाह 51:15
जो समुद्र को उथल-पुथल करता जिस से उसकी लहरों में गरजन होती है, वह मैं ही तेरा परमेश्वर यहोवा हूं मेरा नाम सेनाओं का यहोवा है। और मैं ने तेरे मुंह में अपने वचन डाले,
भजन संहिता 136:7
उसने बड़ी बड़ी ज्योतियों बनाईं, उसकी करूणा सदा की है।
उत्पत्ति 1:14
फिर परमेश्वर ने कहा, दिन को रात से अलग करने के लिये आकाश के अन्तर में ज्योतियां हों; और वे चिन्हों, और नियत समयों, और दिनों, और वर्षों के कारण हों।
व्यवस्थाविवरण 4:19
वा जब तुम आकाश की ओर आंखे उठा कर, सूर्य, चंद्रमा, और तारों को, अर्थात आकाश का सारा तारागण देखो, तब बहककर उन्हें दण्डवत करके उनकी सेवा करने लगो जिन को तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने धरती पर के सब देश वालों के लिये रखा है।
भजन संहिता 19:1
आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है।
यिर्मयाह 32:18
तू हजारों पर करुणा करता रहता परन्तु पूर्वजों के अधर्म का बदला उनके बाद उनके वंष के लोगों को भी देता है, हे महान और पराक्रमी परमेश्वर, जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है,
यिर्मयाह 50:34
उनका छुड़ाने वाला सामथीं है; सेनाओं का यहोवा, यही उसका नाम है। वह उनका मुक़द्दमा भली भांति लड़ेगा कि पृथ्वी को चैन दे परन्तु बाबुल के निवासियों व्याकुल करे।
मत्ती 8:25
तब उन्होंने पास आकर उसे जगाया, और कहा, हे प्रभु, हमें बचा, हम नाश हुए जाते हैं।
यशायाह 54:5
क्योकि तेरा कर्त्ता तेरा पति है, उसका नाम सेनाओं का यहोवा है; और इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ाने वाला है, वह सारी पृथ्वी का भी परमेश्वर कहलाएगा।
यशायाह 63:12
जिसने अपने प्रतापी भुजबल को मूसा के दाहिने हाथ के साथ कर दिया, जिसने उनके साम्हने जल को दो भाग कर के अपना सदा का नाम कर लिया,
यिर्मयाह 5:22
यहोवा की यह वाणी है, क्या तुम लोग मेरा भय नहीं मानते? क्या तुम मेरे सम्मुख नहीं थरथराते? मैं ने बालू को समुद्र का सिवाना ठहराकर युग युग का ऐसा बान्ध ठहराया कि वह उसे लांघ न सके; और चाहे उसकी लहरें भी उठें, तौभी वे प्रबल न हो सकें, था जब वे गरजें तौभी उसको न लांघ सकें।
यिर्मयाह 46:18
वह राजाधिराज जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है, उसकी यह वाणी है कि मेरे जीवन की सौगन्ध, जैसा ताबोर अन्य पहाड़ों में, और जैसा कमल समुद्र के किनारे है, वैसा ही वह आएगा।
यिर्मयाह 51:19
परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनाने वाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।
मत्ती 5:45
जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे क्योंकि वह भलों और बुरों दोनो पर अपना सूर्य उदय करता है, और धमिर्यों और अधमिर्यों दोनों पर मेंह बरसाता है।
यशायाह 48:2
क्योंकि वे अपने को पवित्र नगर के बताते हैं, और इस्राएल के परमेश्वर पर जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है भरोसा करते हैं॥
भजन संहिता 119:89
हे यहोवा, तेरा वचन, आकाश में सदा तक स्थिर रहता है।
अय्यूब 26:12
वह अपने बल से समुद्र को उछालता, और अपनी बुद्धि से घपण्ड को छेद देता है।
अय्यूब 38:10
और उसके लिये सिवाना बान्धा और यह कहकर बेंड़े और किवाड़े लगा दिए, कि
अय्यूब 38:33
क्या तू आकाशमण्डल की विधियां जानता और पृथ्वी पर उनका अधिकार ठहरा सकता है?
भजन संहिता 72:5
जब तक सूर्य और चन्द्रमा बने रहेंगे तब तक लोग पीढ़ी- पीढ़ी तेरा भय मानते रहेंगे।
भजन संहिता 72:17
उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा; जब तक सूर्य बना रहेगा, तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा, और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे, सारी जातियां उसको भाग्यवान कहेंगी॥
भजन संहिता 74:13
तू ने अपनी शक्ति से समुद्र को दो भाग कर दिया; तू ने जल में मगरमच्छों के सिरों को फोड़ दिया।
भजन संहिता 74:16
दिन तेरा है रात भी तेरी है; सूर्य और चन्द्रमा को तू ने स्थिर किया है।
भजन संहिता 78:13
उसने समुद्र को दो भाग करके उन्हे पार कर दिया, और जल को ढ़ेर की नाईं खड़ा कर दिया।
भजन संहिता 89:2
क्योंकि मैं ने कहा है, तेरी करूणा सदा बनी रहेगी, तू स्वर्ग में अपनी सच्चाई को स्थिर रखेगा।
भजन संहिता 89:36
उसका वंश सर्वदा रहेगा, और उसकी राजगद्दी सूर्य की नाईं मेरे सम्मुख ठहरी रहेगी।
भजन संहिता 93:3
हे यहोवा, महानदों का कोलाहल हो रहा है, महानदों का बड़ा शब्द हो रहा है, महानद गरजते हैं।
भजन संहिता 106:9
तब उसने लाल समुद्र को घुड़का और वह सूख गया; और वह उन्हें गहिरे जल के बीच से मानों जंगल में से निकाल ले गया।
भजन संहिता 107:25
क्योंकि वह आज्ञा देता है, वह प्रचण्ड बयार उठकर तरंगों को उठाती है।
भजन संहिता 114:3
समुद्र देखकर भागा, यर्दन नदी उलटी बही।
निर्गमन 14:21
और मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया; और यहोवा ने रात भर प्रचण्ड पुरवाई चलाई, और समुद्र को दो भाग करके जल ऐसा हटा दिया, जिससे कि उसके बीच सूखी भूमि हो गई।