यिर्मयाह 28:1
फिर उसी वर्ष, अर्थात यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष के पांचवें महीने में, अज्जूर का पुत्र हनन्याह जो गिबोन का एक भविष्यद्वक्ता था, उसने मुझ से यहोवा के भवन में, याजकों और सब लोगों के साम्हने कहा,
And it came to pass | וַיְהִ֣י׀ | wayhî | vai-HEE |
the same | בַּשָּׁנָ֣ה | baššānâ | ba-sha-NA |
year, | הַהִ֗יא | hahîʾ | ha-HEE |
in the beginning | בְּרֵאשִׁית֙ | bĕrēʾšît | beh-ray-SHEET |
of the reign | מַמְלֶ֙כֶת֙ | mamleket | mahm-LEH-HET |
Zedekiah of | צִדְקִיָּ֣ה | ṣidqiyyâ | tseed-kee-YA |
king | מֶֽלֶךְ | melek | MEH-lek |
of Judah, | יְהוּדָ֔ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
fourth the in | בַּשָּׁנָת֙ | baššānāt | ba-sha-NAHT |
year, | הָֽרְבִעִ֔ית | hārĕbiʿît | ha-reh-vee-EET |
fifth the in and | בַּחֹ֖דֶשׁ | baḥōdeš | ba-HOH-desh |
month, | הַחֲמִישִׁ֑י | haḥămîšî | ha-huh-mee-SHEE |
that Hananiah | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
son the | אֵלַ֡י | ʾēlay | ay-LAI |
of Azur | חֲנַנְיָה֩ | ḥănanyāh | huh-nahn-YA |
the prophet, | בֶן | ben | ven |
which | עַזּ֨וּר | ʿazzûr | AH-zoor |
Gibeon, of was | הַנָּבִ֜יא | hannābîʾ | ha-na-VEE |
spake | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
unto | מִגִּבְעוֹן֙ | miggibʿôn | mee-ɡeev-ONE |
me in the house | בְּבֵ֣ית | bĕbêt | beh-VATE |
Lord, the of | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
in the presence | לְעֵינֵ֧י | lĕʿênê | leh-ay-NAY |
priests the of | הַכֹּהֲנִ֛ים | hakkōhănîm | ha-koh-huh-NEEM |
and of all | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
the people, | הָעָ֖ם | hāʿām | ha-AM |
saying, | לֵאמֹֽר׃ | lēʾmōr | lay-MORE |