यिर्मयाह 26:5
और न मेरे दास भविष्यद्वक्ताओं के वचनों पर कान लगाओगे, (जिन्हें मैं तुम्हारे पास बड़ा यत्न कर के भेजता आया हूँ, परन्तु तुम ने उनकी नहीं सुनी),
To hearken | לִשְׁמֹ֗עַ | lišmōaʿ | leesh-MOH-ah |
to | עַל | ʿal | al |
the words | דִּבְרֵ֨י | dibrê | deev-RAY |
servants my of | עֲבָדַ֣י | ʿăbāday | uh-va-DAI |
the prophets, | הַנְּבִאִ֔ים | hannĕbiʾîm | ha-neh-vee-EEM |
whom | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
I | אָנֹכִ֖י | ʾānōkî | ah-noh-HEE |
sent | שֹׁלֵ֣חַ | šōlēaḥ | shoh-LAY-ak |
unto | אֲלֵיכֶ֑ם | ʾălêkem | uh-lay-HEM |
you, both rising up early, | וְהַשְׁכֵּ֥ם | wĕhaškēm | veh-hahsh-KAME |
sending and | וְשָׁלֹ֖חַ | wĕšālōaḥ | veh-sha-LOH-ak |
them, but ye have not | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
hearkened; | שְׁמַעְתֶּֽם׃ | šĕmaʿtem | sheh-ma-TEM |