यिर्मयाह 17:4
तू अपने ही दोष के कारण अपने उस भाग का अधिकारी न रहने पाएगा जो मैं ने तुझे दिया है, और मैं ऐसा करूंगा कि तू अनजाने देश में अपने शत्रुओं की सेवा करेगा, क्योंकि तू ने मेरे क्रोध की आग ऐसी भड़काई जो सर्वदा जलती रहेगी।
And discontinue shalt thyself, even thou, | וְשָׁמַטְתָּ֗ה | wĕšāmaṭtâ | veh-sha-maht-TA |
from thine heritage | וּבְךָ֙ | ûbĕkā | oo-veh-HA |
that | מִנַּחֲלָֽתְךָ֙ | minnaḥălātĕkā | mee-na-huh-la-teh-HA |
gave I | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
serve to thee cause will I and thee; | נָתַ֣תִּי | nātattî | na-TA-tee |
לָ֔ךְ | lāk | lahk | |
enemies thine | וְהַעֲבַדְתִּ֙יךָ֙ | wĕhaʿăbadtîkā | veh-ha-uh-vahd-TEE-HA |
in the land | אֶת | ʾet | et |
which | אֹ֣יְבֶ֔יךָ | ʾōyĕbêkā | OH-yeh-VAY-ha |
knowest thou | בָּאָ֖רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
not: | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
for | לֹֽא | lōʾ | loh |
kindled have ye | יָדָ֑עְתָּ | yādāʿĕttā | ya-DA-eh-ta |
a fire | כִּֽי | kî | kee |
anger, mine in | אֵ֛שׁ | ʾēš | aysh |
which shall burn | קְדַחְתֶּ֥ם | qĕdaḥtem | keh-dahk-TEM |
for | בְּאַפִּ֖י | bĕʾappî | beh-ah-PEE |
ever. | עַד | ʿad | ad |
עוֹלָ֥ם | ʿôlām | oh-LAHM | |
תּוּקָֽד׃ | tûqād | too-KAHD |