यिर्मयाह 16:19 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यिर्मयाह यिर्मयाह 16 यिर्मयाह 16:19

Jeremiah 16:19
हे यहोवा, हे मेरे बल और दृढ़ गढ़, संकट के समय मेरे शरणस्थान, जातिजाति के लोग पृथ्वी की चहुं ओर से तेरे पास आकर कहेंगे, निश्चय हमारे पुरखा झूठी, व्यर्थ और निष्फल वस्तुओं को अपनाते आए हैं।

Jeremiah 16:18Jeremiah 16Jeremiah 16:20

Jeremiah 16:19 in Other Translations

King James Version (KJV)
O LORD, my strength, and my fortress, and my refuge in the day of affliction, the Gentiles shall come unto thee from the ends of the earth, and shall say, Surely our fathers have inherited lies, vanity, and things wherein there is no profit.

American Standard Version (ASV)
O Jehovah, my strength, and my stronghold, and my refuge in the day of affliction, unto thee shall the nations come from the ends of the earth, and shall say, Our fathers have inherited nought but lies, `even' vanity and things wherein there is no profit.

Bible in Basic English (BBE)
O Lord, my strength and my strong tower, my safe place in the day of trouble, the nations will come to you from the ends of the earth, and say, The heritage of our fathers is nothing but deceit, even false things in which there is no profit.

Darby English Bible (DBY)
Jehovah, my strength and my fortress, and my refuge in the day of distress, unto thee shall the nations come from the ends of the earth, and they shall say, Surely our fathers have inherited falsehood [and] vanity; and in these things there is no profit.

World English Bible (WEB)
Yahweh, my strength, and my stronghold, and my refuge in the day of affliction, to you shall the nations come from the ends of the earth, and shall say, Our fathers have inherited nothing but lies, [even] vanity and things in which there is no profit.

Young's Literal Translation (YLT)
O Jehovah, my strength, and my fortress, And my refuge in a day of adversity, Unto Thee nations do come from the ends of earth, And say, Only falsehood did our fathers inherit, Vanity, and none among them is profitable.

O
Lord,
יְהוָ֞הyĕhwâyeh-VA
my
strength,
עֻזִּ֧יʿuzzîoo-ZEE
fortress,
my
and
וּמָעֻזִּ֛יûmāʿuzzîoo-ma-oo-ZEE
and
my
refuge
וּמְנוּסִ֖יûmĕnûsîoo-meh-noo-SEE
day
the
in
בְּי֣וֹםbĕyômbeh-YOME
of
affliction,
צָרָ֑הṣārâtsa-RA
the
Gentiles
אֵלֶ֗יךָʾēlêkāay-LAY-ha
come
shall
גּוֹיִ֤םgôyimɡoh-YEEM
unto
יָבֹ֙אוּ֙yābōʾûya-VOH-OO
ends
the
from
thee
מֵֽאַפְסֵיmēʾapsêMAY-af-say
of
the
earth,
אָ֔רֶץʾāreṣAH-rets
say,
shall
and
וְיֹאמְר֗וּwĕyōʾmĕrûveh-yoh-meh-ROO
Surely
אַךְʾakak
our
fathers
שֶׁ֙קֶר֙šeqerSHEH-KER
inherited
have
נָחֲל֣וּnāḥălûna-huh-LOO
lies,
אֲבוֹתֵ֔ינוּʾăbôtênûuh-voh-TAY-noo
vanity,
הֶ֖בֶלhebelHEH-vel
no
is
there
wherein
things
and
וְאֵֽיןwĕʾênveh-ANE
profit.
בָּ֥םbāmbahm
מוֹעִֽיל׃môʿîlmoh-EEL

Cross Reference

नहूम 1:7
यहोवा भला है; संकट के दिन में वह दृढ़ गढ़ ठहरता है, और अपने शरणागतों की सुधी रखता है।

यिर्मयाह 10:14
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित हैं; अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण सब सुनारों की आशा टूटती है; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें झूठी हैं, और उन में सांस ही नहीं है।

यशायाह 49:6
उसी ने मुझ से यह भी कहा है, यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे; मैं तुझे अन्यजातियों के लिये ज्योति ठहराऊंगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए॥

यशायाह 44:10
किस ने देवता वा निष्फल मूरत ढाली है?

यशायाह 25:4
क्योंकि तू संकट में दीनों के लिये गढ़, और जब भयानक लोगों का झोंका भीत पर बौछार के समान होता था, तब तू दरिद्रोंके लिये उनकी शरण, और तपन में छाया का स्थान हुआ।

भजन संहिता 18:1
हे परमेश्वर, हे मेरे बल, मैं तुझ से प्रेम करता हूं।

यिर्मयाह 3:16
उन दिनों में जब तुम इस देश में बढ़ो, और फूलो-फलो, तब लोग फिर ऐसा न कहेंगे, “यहोवा की वाचा का सन्दूक”; यहोवा की यह भी वाणी हे। उसका विचार भी उनके मन में न आएगा, न लोग उसके न रहने से चिन्ता करेंगे; और न उसकी मरम्मत होगी।

यशायाह 60:1
उठ, प्रकाशमान हो; क्योंकि तेरा प्रकाश आ गया है, और यहोवा का तेज तेरे ऊपर उदय हुआ है।

यशायाह 2:2
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।

भजन संहिता 22:27
पृथ्वी के सब दूर दूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे; और जाति जाति के सब कुल तेरे साम्हने दण्डवत करेंगे।

भजन संहिता 86:9
हे प्रभु जितनी जातियों को तू ने बनाया है, सब आकर तेरे साम्हने दणडवत करेंगी, और तेरे नाम की महिमा करेंगी।

यिर्मयाह 17:17
मुझे न घबरा; संकट के दिन तू ही मेरा शरणस्थान है।

मीका 4:1
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लोग धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगे।

जकर्याह 2:11
उस समय बहुत सी जातियां यहोवा से मिल जाएंगी, और मेरी प्रजा हो जाएंगी; और मैं तेरे बीच में बास करूंगा,

जकर्याह 8:20
सेनाओं का यहोवा यों कहता है, ऐसा समय आने वाला है कि देश देश के लोग और बहुत नगरों के रहने वाले आएंगे।

मलाकी 1:11
क्योंकि उदयाचल से ले कर अस्ताचल तक अन्यजातियों में मेरा नाम महान है, और हर कहीं मेरे नाम पर धूप और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है; क्योंकि अन्यजातियों में मेरा नाम महान है, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।

भजन संहिता 62:2
सचमुच वही, मेरी चट्टान और मेरा उद्धार है, वह मेरा गढ़ है; मैं बहुत न डिगूंगा॥

यशायाह 62:2
जब अन्यजातियां तेरा धर्म और सब राजा तेरी महिमा देखेंगे; और तेरा एक नया नाम रखा जाएगा जो यहोवा के मुख से निकलेगा।

प्रकाशित वाक्य 11:15
और जब सातवें दूत ने तुरही फूंकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया।

प्रकाशित वाक्य 7:9
इस के बाद मैं ने दृष्टि की, और देखो, हर एक जाति, और कुल, और लोग और भाषा में से एक ऐसी बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था श्वेत वस्त्र पहिने, और अपने हाथों में खजूर की डालियां लिये हुए सिंहासन के साम्हने और मेम्ने के साम्हने खड़ी है।

1 पतरस 1:18
क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ।

हबक्कूक 3:19
यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पांव हरिणों के समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊंचे स्थानों पर चलाता है॥

हबक्कूक 2:18
खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देख कर बनाने वाले ने उसे खोदा है? फिर झूठ सिखाने वाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देख कर ढालने वाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलने वाली और निकम्मी मूरत बनाए?

भजन संहिता 27:5
क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा।

भजन संहिता 46:1
परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक।

भजन संहिता 46:7
सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है॥

भजन संहिता 46:11
सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है॥

भजन संहिता 62:7
मेरा उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है; मेरी दृढ़ चट्टान, और मेरा शरणस्थान परमेश्वर है।

भजन संहिता 67:2
जिस से तेरी गति पृथ्वी पर, और तेरा किया हुआ उद्धार सारी जातियों में जाना जाए।

भजन संहिता 68:31
मिस्त्र से रईस आएंगे; कूशी अपने हाथों को परमेश्वर की ओर फुर्ती से फैलाएंगे॥

भजन संहिता 72:8
वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी की छोर तक प्रभुता करेगा।

भजन संहिता 91:1
जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे, वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा।

भजन संहिता 144:1
धन्य है यहोवा, जो मेरी चट्टान है, वह मेरे हाथों को लड़ने, और युद्ध करने के लिये तैयार करता है।

नीतिवचन 18:10
यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है।

यशायाह 11:9
मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई दु:ख देगा और न हानि करेगा; क्योंकि पृथ्वी यहोवा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है॥

यशायाह 32:2
हर एक मानो आंधी से छिपने का स्थान, और बौछार से आड़ होगा; या निर्जल देश में जल के झरने, व तप्त भूमि में बड़ी चट्टान की छाया।

यिर्मयाह 2:11
परन्तु मेरी प्रजा ने अपनी महिमा को निकम्मी वस्तु से बदल दिया है।

यिर्मयाह 3:23
निश्चय पहाड़ों और पहाडिय़ों पर का कोलाहल व्यर्थ ही है। इस्राएल का उद्धार निश्चय हमारे परमेश्वर यहोवा ही के द्वारा है।

यिर्मयाह 10:5
वे खरादकर ताड़ के पेड़ के समान गोल बनाईं जाती हैं, पर बोल नहीं सकतीं; उन्हें उठाए फिरना पड़ता है, क्योंकि वे चल नहीं सकतीं। उन से मत डरो, क्योंकि, न तो वे कुछ बुरा कर सकती हैं और न कुछ भला।

यहेजकेल 11:16
परन्तु तू उन से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है कि मैं ने तुम को दूर दूर की जातियों में बसाया और देश देश में तितर-बितर कर दिया तो है, तौभी जिन देशों में तुम आए हुए हो, उन में मैं स्वयं तुम्हारे लिये थोड़े दिन तक पवित्र स्थान ठहरूंगा।

भजन संहिता 19:14
मेरे मुंह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहण योग्य हों, हे यहोवा परमेश्वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करने वाले!