Isaiah 65:19
मैं आप यरूशलेम के कारण मगन, और अपनी प्रजा के हेतु हषिर्त हूंगा; उस में फिर रोने वा चिल्लाने का शब्द न सुनाई पड़ेगा।
Isaiah 65:19 in Other Translations
King James Version (KJV)
And I will rejoice in Jerusalem, and joy in my people: and the voice of weeping shall be no more heard in her, nor the voice of crying.
American Standard Version (ASV)
And I will rejoice in Jerusalem, and joy in my people; and there shall be heard in her no more the voice of weeping and the voice of crying.
Bible in Basic English (BBE)
And I will be glad over Jerusalem, and have joy in my people: and the voice of weeping will no longer be sounding in her, or the voice of grief.
Darby English Bible (DBY)
And I will rejoice over Jerusalem, and will joy in my people; and the voice of weeping shall be no more heard in her, nor the voice of crying.
World English Bible (WEB)
I will rejoice in Jerusalem, and joy in my people; and there shall be heard in her no more the voice of weeping and the voice of crying.
Young's Literal Translation (YLT)
And I have rejoiced in Jerusalem, And have joyed in My people, And not heard in her any more Is the voice of weeping, and the voice of crying.
| And I will rejoice | וְגַלְתִּ֥י | wĕgaltî | veh-ɡahl-TEE |
| in Jerusalem, | בִירוּשָׁלִַ֖ם | bîrûšālaim | vee-roo-sha-la-EEM |
| joy and | וְשַׂשְׂתִּ֣י | wĕśaśtî | veh-sahs-TEE |
| in my people: | בְעַמִּ֑י | bĕʿammî | veh-ah-MEE |
| and the voice | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| weeping of | יִשָּׁמַ֥ע | yiššāmaʿ | yee-sha-MA |
| shall be no | בָּהּ֙ | bāh | ba |
| more | ע֔וֹד | ʿôd | ode |
| heard | ק֥וֹל | qôl | kole |
| voice the nor her, in | בְּכִ֖י | bĕkî | beh-HEE |
| of crying. | וְק֥וֹל | wĕqôl | veh-KOLE |
| זְעָקָֽה׃ | zĕʿāqâ | zeh-ah-KA |
Cross Reference
यशायाह 35:10
और यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएंगे; और उनके सिर पर सदा का आनन्द होगा; वे हर्ष और आनन्द पाएंगे और शोक और लम्बी सांस का लेना जाता रहेगा॥
प्रकाशित वाक्य 21:4
और वह उन की आंखोंसे सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं।
प्रकाशित वाक्य 7:17
क्योंकि मेम्ना जो सिंहासन के बीच में है, उन की रखवाली करेगा; और उन्हें जीवन रूपी जल के सोतों के पास ले जाया करेगा, और परमेश्वर उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा॥
यशायाह 25:8
वह मृत्यु को सदा के लिये नाश करेगा, और प्रभु यहोवा सभों के मुख पर से आंसू पोंछ डालेगा, और अपनी प्रजा की नामधराई सारी पृथ्वी पर से दूर करेगा; क्योंकि यहोवा ने ऐसा कहा है॥
यिर्मयाह 32:41
मैं बड़ी प्रसन्नता के साथ उनका भला करता रहूंगा, और सचमुच उन्हें इस देश में अपने सारे मन ओर प्राण से बसा दूंगा।
यशायाह 62:4
तू फिर त्यागी हुई न कहलाएगी, और तेरी भूमि फिर उजड़ी हुई न कहलाएगी; परन्तु तू हेप्सीबा और तेरी भूमि ब्यूला कहलाएगी; क्योंकि यहोवा तुझ से प्रसन्न है, और तेरी भूमि सुहागन होगी।
यशायाह 51:11
सो यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएंगे, और उनके सिरों पर अनन्त आनन्द गूंजता रहेगा; वे हर्ष और आनन्द प्राप्त करेंगे, और शोक और सिसकियों का अन्त हो जाएगा॥
लूका 15:5
और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आनन्द से उसे कांधे पर उठा लेता है।
लूका 15:3
तब उस ने उन से यह दृष्टान्त कहा।
सपन्याह 3:17
तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है, वह उद्धार करने में पराक्रमी है; वह तेरे कारण आनन्द से मगन होगा, वह अपने प्रेम के मारे चुपका रहेगा; फिर ऊंचे स्वर से गाता हुआ तेरे कारण मगन होगा॥
यिर्मयाह 31:12
इसलिये वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे, और यहोवा से अनाज, नया दाखमधु, टटका तेल, भेड़-बकरियां और गाय-बैलों के बच्चे आदि उत्तम उत्तम दान पाने के लिये तांता बान्ध कर चलेंगे; और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा, और वे फिर कभी उदास न होंगे।
यशायाह 60:20
तेरा सूर्य फिर कभी अस्त न होगा और न तेरे चन्द्रमा की ज्योति मलिन होगी; क्योंकि यहोवा तेरी सदैव की ज्योति होगा और तरे विलाप के दिन समाप्त हो जाएंगे।
यशायाह 51:3
यहोवा ने सिय्योन को शान्ति दी है, उसने उसके सब खण्डहरों को शान्ति दी है; वह उसके जंगल को अदन के समान और उस के निर्जल देश को यहोवा की बाटिका के समान बनाएगा; उस में हर्ष और आनन्द और धन्यवाद और भजन गाने का शब्द सुनाई पड़ेगा॥
श्रेष्ठगीत 3:11
हे सिय्योन की पुत्रियों निकल कर सुलैमान राजा पर दृष्टि डालो, देखो, वह वही मुकुट पहिने हुए है जिसे उसकी माता ने उसके विवाह के दिन और उसके मन के आनन्द के दिन, उसके सिर पर रखा था॥