यशायाह 64:7 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यशायाह यशायाह 64 यशायाह 64:7

Isaiah 64:7
कोई भी तुझ से प्रार्थना नहीं करता, न कोई तुझ से सहायता लेने के लिये चौकसी करता है कि तुझ से लिपटा रहे; क्योंकि हमारे अधर्म के कामों के कारण तू ने हम से अपना मुंह छिपा लिया है, और हमें हमारी बुराइयों के वश में छोड़ दिया है॥

Isaiah 64:6Isaiah 64Isaiah 64:8

Isaiah 64:7 in Other Translations

King James Version (KJV)
And there is none that calleth upon thy name, that stirreth up himself to take hold of thee: for thou hast hid thy face from us, and hast consumed us, because of our iniquities.

American Standard Version (ASV)
And there is none that calleth upon thy name, that stirreth up himself to take hold of thee; for thou hast hid thy face from us, and hast consumed us by means of our iniquities.

Bible in Basic English (BBE)
But now, O Lord, you are our father; we are the earth, and you are our maker; and we are all the work of your hand.

Darby English Bible (DBY)
and there is none that calleth upon thy name, that stirreth up himself to take hold of thee; for thou hast hidden thy face from us, and hast caused us to melt away through our iniquities.

World English Bible (WEB)
There is none who calls on your name, who stirs up himself to take hold of you; for you have hid your face from us, and have consumed us by means of our iniquities.

Young's Literal Translation (YLT)
And there is none calling in Thy name, Stirring up himself to lay hold on Thee, For Thou hast hid Thy face from us, And thou meltest us away by our iniquities.

And
there
is
none
וְאֵיןwĕʾênveh-ANE
that
calleth
קוֹרֵ֣אqôrēʾkoh-RAY
name,
thy
upon
בְשִׁמְךָ֔bĕšimkāveh-sheem-HA
that
stirreth
up
himself
מִתְעוֹרֵ֖רmitʿôrērmeet-oh-RARE
to
take
hold
לְהַחֲזִ֣יקlĕhaḥăzîqleh-ha-huh-ZEEK
for
thee:
of
בָּ֑ךְbākbahk
thou
hast
hid
כִּֽיkee
thy
face
הִסְתַּ֤רְתָּhistartāhees-TAHR-ta
from
פָנֶ֙יךָ֙pānêkāfa-NAY-HA
consumed
hast
and
us,
מִמֶּ֔נּוּmimmennûmee-MEH-noo
us,
because
וַתְּמוּגֵ֖נוּwattĕmûgēnûva-teh-moo-ɡAY-noo
of
our
iniquities.
בְּיַדbĕyadbeh-YAHD
עֲוֹנֵֽנוּ׃ʿăwōnēnûuh-oh-nay-NOO

Cross Reference

होशे 7:7
वे सब के सब तन्दूर की नाईं धधकते, और अपने न्यायियों को भस्म करते हैं। उनके सब राजा मारे गए हैं; और उन में से कोई मेरी दोहाई नहीं देता है॥

यहेजकेल 22:30
और मैं ने उन में ऐसा मनुष्य ढूंढ़ना चाहा जो बाड़े को सुधारे और देश के निमित्त नाके में मेरे साम्हने ऐसा खड़ा हो कि मुझे उसको नाश न करना पड़े, परन्तु ऐसा कोई न मिला।

यशायाह 59:16
उसने देखा कि कोई भी पुरूष नहीं, और इस से अचम्भा किया कि कोई बिनती करने वाला नहीं; तब उसने अपने ही भुजबल से उद्धार किया, और अपने धर्मी होने के कारण वह सम्भल गया।

यशायाह 59:4
कोई धर्म के साथ नालिश नहीं करता, न कोई सच्चाई से मुकद्दमा लड़ता है; वे मिथ्या पर भरोसा रखते हैं और झूठ बातें बकते हैं, उसको मानो उत्पात का गर्भ रहता, और वे अनर्थ को जन्म देते हैं।

यिर्मयाह 9:7
इसलिये सेनाओं का यहोवा यों कहता है, देख, मैं उन को तपाकर परखूंगा, क्योंकि अपनी प्रजा के कारण मैं उन से और क्या कर सकता हूं?

यहेजकेल 22:18
हे मनुष्य के सन्तान, इस्राएल का घराना मेरी दृष्टि में धातु का मैल हो गया है; वे सब के सब भट्टी के बीच के पीतल और रांगे और लोहे और शीशे के समान बन गए; वे चान्दी के मैल के समान हो गए हैं।

यहेजकेल 24:11
तब हण्डे को छूछा कर के अंगारों पर रख जिस से वह गर्म हो और उसका पीतल जले और उस में का मैल गले, और उसका मोर्चा नष्ट हो जाए।

होशे 5:15
जब तक वे अपने को अपराधी मान कर मेरे दर्शन के खोजी ना होंगे तब तक मैं अपने स्थान को लौटूंगा, और जब वे संकट में पड़ेंगे, तब जी लगा कर मुझे ढूंढने लगेंगे॥

होशे 7:14
वे मन से मेरी दोहाई नहीं देते, परन्तु अपने बिछौने पर पड़े हुए हाय, हाय, करते हैं; वे अन्न और नये दाखमधु पाने के लिये भीड़ लगाते, और मुझ से बलवा करते हैं।

यशायाह 59:2
परन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ने तुम को तुम्हारे परमेश्वर से अलग कर दिया है, और तुम्हारे पापों के कारण उस का मुँह तुम से ऐसा छिपा है कि वह नहीं सुनता।

यशायाह 57:17
उसके लोभ के पाप के कारण मैं ने क्रोधित हो कर उसको दु:ख दिया था, और क्रोध के मारे उस से मुंह छिपाया था; परन्तु वह अपने मनमाने मार्ग में दूर भटकता चला गया था।

व्यवस्थाविवरण 32:19
इन बातों को देखकर यहोवा ने उन्हें तुच्छ जाना, क्योंकि उसके बेटे-बेटियों ने उसे रिस दिलाई थी॥

अय्यूब 8:4
यदि तेरे लड़के-बालों ने उसके विरुद्ध पाप किया है, तो उसने उन को उनके अपराध का फल भुगताया है।

भजन संहिता 14:4
क्या किसी अनर्थकारी को कुछ भी ज्ञान नहीं रहता, जो मेरे लोगों को ऐसे खा जाते हैं जैसे रोटी, और परमेश्वर का नाम नहीं लेते?

यशायाह 1:15
जब तुम मेरी ओर हाथ फैलाओ, तब मैं तुम से मुंह फेर लूंगा; तुम कितनी ही प्रार्थना क्यों न करो, तौभी मैं तुम्हारी न सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से भरे हैं।

यशायाह 27:5
वा मेरे साथ मेल करने को वे मेरी शरण लें, वे मेरे साथ मेल कर लें॥

यशायाह 50:2
इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैं ने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूं, उनकी मछलियां जल बिना मर जाती और बसाती हैं।

यशायाह 54:8
क्रोध के झकोरे में आकर मैं ने पल भर के लिये तुझ से मुंह छिपाया था, परन्तु अब अनन्त करूणा से मैं तुझ पर दया करूंगा, तेरे छुड़ाने वाले यहोवा का यही वचन है।

यशायाह 56:4
क्योंकि जो खोजे मेरे विश्रामदिन को मानते और जिस बात से मैं प्रसन्न रहता हूं उसी को अपनाते और मेरी वाचा को पालते हैं, उनके विषय यहोवा यों कहता है

व्यवस्थाविवरण 31:17
उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्यागकर इन से अपना मुंह छिपा लूंगा, और ये आहार हो जाएंगे; और बहुत सी विपत्तियां और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहां तक कि ये उस समय कहेंगे, क्या ये विपत्तियां हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा?