यशायाह 61:3
और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांजवृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो।
To appoint | לָשׂ֣וּם׀ | lāśûm | la-SOOM |
mourn that them unto | לַאֲבֵלֵ֣י | laʾăbēlê | la-uh-vay-LAY |
in Zion, | צִיּ֗וֹן | ṣiyyôn | TSEE-yone |
to give | לָתֵת֩ | lātēt | la-TATE |
beauty them unto | לָהֶ֨ם | lāhem | la-HEM |
for | פְּאֵ֜ר | pĕʾēr | peh-ARE |
ashes, | תַּ֣חַת | taḥat | TA-haht |
the oil | אֵ֗פֶר | ʾēper | A-fer |
joy of | שֶׁ֤מֶן | šemen | SHEH-men |
for | שָׂשׂוֹן֙ | śāśôn | sa-SONE |
mourning, | תַּ֣חַת | taḥat | TA-haht |
the garment | אֵ֔בֶל | ʾēbel | A-vel |
praise of | מַעֲטֵ֣ה | maʿăṭē | ma-uh-TAY |
for | תְהִלָּ֔ה | tĕhillâ | teh-hee-LA |
the spirit | תַּ֖חַת | taḥat | TA-haht |
of heaviness; | ר֣וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
called be might they that | כֵּהָ֑ה | kēhâ | kay-HA |
trees | וְקֹרָ֤א | wĕqōrāʾ | veh-koh-RA |
righteousness, of | לָהֶם֙ | lāhem | la-HEM |
the planting | אֵילֵ֣י | ʾêlê | ay-LAY |
Lord, the of | הַצֶּ֔דֶק | haṣṣedeq | ha-TSEH-dek |
that he might be glorified. | מַטַּ֥ע | maṭṭaʿ | ma-TA |
יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA | |
לְהִתְפָּאֵֽר׃ | lĕhitpāʾēr | leh-heet-pa-ARE |