यशायाह 58:10
उदारता से भूखे की सहायता करे और दीन दु:खियों को सन्तुष्ट करे, तब अन्धियारे में तेरा प्रकाश चमकेगा, और तेरा घोर अन्धकार दोपहर का सा उजियाला हो जाएगा।
And if thou draw out | וְתָפֵ֤ק | wĕtāpēq | veh-ta-FAKE |
thy soul | לָֽרָעֵב֙ | lārāʿēb | la-ra-AVE |
hungry, the to | נַפְשֶׁ֔ךָ | napšekā | nahf-SHEH-ha |
and satisfy | וְנֶ֥פֶשׁ | wĕnepeš | veh-NEH-fesh |
the afflicted | נַעֲנָ֖ה | naʿănâ | na-uh-NA |
soul; | תַּשְׂבִּ֑יעַ | taśbîaʿ | tahs-BEE-ah |
then shall thy light | וְזָרַ֤ח | wĕzāraḥ | veh-za-RAHK |
rise | בַּחֹ֙שֶׁךְ֙ | baḥōšek | ba-HOH-shek |
in obscurity, | אוֹרֶ֔ךָ | ʾôrekā | oh-REH-ha |
darkness thy and | וַאֲפֵלָתְךָ֖ | waʾăpēlotkā | va-uh-fay-lote-HA |
be as the noonday: | כַּֽצָּהֳרָֽיִם׃ | kaṣṣāhŏrāyim | KA-tsa-hoh-RA-yeem |