यशायाह 47:7
तू ने कहा, मैं सर्वदा स्वामिन बनी रहूंगी, सो तू ने अपने मन में इन बातों पर विचार न किया और यह भी न सोचा कि उनका क्या फल होगा॥
And thou saidst, | וַתֹּ֣אמְרִ֔י | wattōʾmĕrî | va-TOH-meh-REE |
I shall be | לְעוֹלָ֖ם | lĕʿôlām | leh-oh-LAHM |
lady a | אֶהְיֶ֣ה | ʾehye | eh-YEH |
for ever: | גְבָ֑רֶת | gĕbāret | ɡeh-VA-ret |
so that | עַ֣ד | ʿad | ad |
not didst thou | לֹא | lōʾ | loh |
lay | שַׂ֥מְתְּ | śamĕt | SA-met |
these | אֵ֙לֶּה֙ | ʾēlleh | A-LEH |
things to | עַל | ʿal | al |
thy heart, | לִבֵּ֔ךְ | libbēk | lee-BAKE |
neither | לֹ֥א | lōʾ | loh |
didst remember | זָכַ֖רְתְּ | zākarĕt | za-HA-ret |
the latter end | אַחֲרִיתָֽהּ׃ | ʾaḥărîtāh | ah-huh-ree-TA |