यशायाह 37:30
और तेरे लिये यह चिन्ह होगा कि इस वर्ष तो तुम उसे खाओगे जो आप से आप उगे, और दूसरे वर्ष वह जो उस से उत्पन्न हो, और तीसरे वर्ष बीज बोकर उसे लवने पाओगे और दाख की बारियां लगाने और उनका फल खाने पाओगे।
And this | וְזֶה | wĕze | veh-ZEH |
shall be a sign | לְּךָ֣ | lĕkā | leh-HA |
eat shall Ye thee, unto | הָא֔וֹת | hāʾôt | ha-OTE |
year this | אָכ֤וֹל | ʾākôl | ah-HOLE |
such as groweth | הַשָּׁנָה֙ | haššānāh | ha-sha-NA |
second the and itself; of | סָפִ֔יחַ | sāpîaḥ | sa-FEE-ak |
year | וּבַשָּׁנָ֥ה | ûbaššānâ | oo-va-sha-NA |
springeth which that | הַשֵּׁנִ֖ית | haššēnît | ha-shay-NEET |
third the in and same: the of | שָׁחִ֑יס | šāḥîs | sha-HEES |
year | וּבַשָּׁנָ֣ה | ûbaššānâ | oo-va-sha-NA |
sow | הַשְּׁלִישִׁ֗ית | haššĕlîšît | ha-sheh-lee-SHEET |
reap, and ye, | זִרְע֧וּ | zirʿû | zeer-OO |
and plant | וְקִצְר֛וּ | wĕqiṣrû | veh-keets-ROO |
vineyards, | וְנִטְע֥וּ | wĕniṭʿû | veh-neet-OO |
and eat | כְרָמִ֖ים | kĕrāmîm | heh-ra-MEEM |
the fruit | וְאִכְו֥לּ | wĕʾikwl | veh-eek-V-l |
thereof. | פִרְיָֽם׃ | piryām | feer-YAHM |