यशायाह 34:13
उसके महलों में कटीले पेड़, गढ़ों में बिच्छू पौधे और झाड़ उगेंगे। वह गीदड़ों का वासस्थान और शुतुर्मुगों का आंगन हो जाएगा।
And thorns | וְעָלְתָ֤ה | wĕʿoltâ | veh-ole-TA |
shall come up | אַרְמְנֹתֶ֙יהָ֙ | ʾarmĕnōtêhā | ar-meh-noh-TAY-HA |
in her palaces, | סִירִ֔ים | sîrîm | see-REEM |
nettles | קִמּ֥וֹשׂ | qimmôś | KEE-mose |
and brambles | וָח֖וֹחַ | wāḥôaḥ | va-HOH-ak |
in the fortresses | בְּמִבְצָרֶ֑יהָ | bĕmibṣārêhā | beh-meev-tsa-RAY-ha |
be shall it and thereof: | וְהָיְתָה֙ | wĕhāytāh | veh-hai-TA |
an habitation | נְוֵ֣ה | nĕwē | neh-VAY |
of dragons, | תַנִּ֔ים | tannîm | ta-NEEM |
court a and | חָצִ֖יר | ḥāṣîr | ha-TSEER |
for owls. | לִבְנ֥וֹת | libnôt | leev-NOTE |
יַעֲנָֽה׃ | yaʿănâ | ya-uh-NA |