यशायाह 30:29
तब तुम पवित्र पर्व की रात का सा गीत गाओगे, और जैसा लोग यहोवा के पर्वत की ओर उस से मिलने को, जो इस्राएल की चट्टान है, बांसुली बजाते हुए जाते हैं, वैसे ही तुम्हारे मन में भी आनन्द होगा।
Ye shall have | הַשִּׁיר֙ | haššîr | ha-SHEER |
a song, | יִֽהְיֶ֣ה | yihĕye | yee-heh-YEH |
night the in as | לָכֶ֔ם | lākem | la-HEM |
solemnity holy a when | כְּלֵ֖יל | kĕlêl | keh-LALE |
is kept; | הִתְקַדֶּשׁ | hitqaddeš | heet-ka-DESH |
gladness and | חָ֑ג | ḥāg | hahɡ |
of heart, | וְשִׂמְחַ֣ת | wĕśimḥat | veh-seem-HAHT |
goeth one when as | לֵבָ֗ב | lēbāb | lay-VAHV |
with a pipe | כַּֽהוֹלֵךְ֙ | kahôlēk | KA-hoh-lake |
to come | בֶּֽחָלִ֔יל | beḥālîl | beh-ha-LEEL |
mountain the into | לָב֥וֹא | lābôʾ | la-VOH |
of the Lord, | בְהַר | bĕhar | veh-HAHR |
to | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
One mighty the | אֶל | ʾel | el |
of Israel. | צ֥וּר | ṣûr | tsoor |
יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |