Isaiah 10:22
क्योंकि हे इस्राएल, चाहे तेरे लोग समुद्र की बालू के किनकों के समान भी बहुत हों, तौभी निश्चय है कि उन में से केवल बचे लोग ही लौटेंगे। सत्यानाश तो पूरे न्याय के साथ ठाना गया है।
Isaiah 10:22 in Other Translations
King James Version (KJV)
For though thy people Israel be as the sand of the sea, yet a remnant of them shall return: the consumption decreed shall overflow with righteousness.
American Standard Version (ASV)
For though thy people, Israel, be as the sand of the sea, `only' a remnant of them shall return: a destruction `is' determined, overflowing with righteousness.
Bible in Basic English (BBE)
For though your people, O Israel, are as the sand of the sea, only a small number will come back: for the destruction is fixed, overflowing in righteousness.
Darby English Bible (DBY)
For though thy people Israel be as the sand of the sea, [only] a remnant of them shall return: the consumption determined shall overflow in righteousness.
World English Bible (WEB)
For though your people, Israel, be as the sand of the sea, [only] a remnant of them shall return: a destruction [is] determined, overflowing with righteousness.
Young's Literal Translation (YLT)
For though thy people Israel be as the sand of the sea, A remnant doth return of it, A consumption determined, Overflowing `with' righteousness.
| For | כִּ֣י | kî | kee |
| though | אִם | ʾim | eem |
| thy people | יִהְיֶ֞ה | yihye | yee-YEH |
| Israel | עַמְּךָ֤ | ʿammĕkā | ah-meh-HA |
| be | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| sand the as | כְּח֣וֹל | kĕḥôl | keh-HOLE |
| of the sea, | הַיָּ֔ם | hayyām | ha-YAHM |
| remnant a yet | שְׁאָ֖ר | šĕʾār | sheh-AR |
| of them shall return: | יָשׁ֣וּב | yāšûb | ya-SHOOV |
| consumption the | בּ֑וֹ | bô | boh |
| decreed | כִּלָּי֥וֹן | killāyôn | kee-la-YONE |
| shall overflow | חָר֖וּץ | ḥārûṣ | ha-ROOTS |
| with righteousness. | שׁוֹטֵ֥ף | šôṭēp | shoh-TAFE |
| צְדָקָֽה׃ | ṣĕdāqâ | tseh-da-KA |
Cross Reference
रोमियो 9:27
और यशायाह इस्त्राएल के विषय में पुकारकर कहता है, कि चाहे इस्त्राएल की सन्तानों की गिनती समुद्र के बालू के बारबर हो, तौभी उन में से थोड़े ही बचेंगे।
यशायाह 6:13
चाहे उसके निवासियों का दसवां अंश भी रह जाए, तौभी वह नाश किया जाएगा, परन्तु जैसे छोटे वा बड़े बांजवृझ को काट डालने पर भी उसका ठूंठ बना रहता है, वैसे ही पवित्र वंश उसका ठूंठ ठहरेगा॥
प्रकाशित वाक्य 20:8
और उन जातियों को जो पृथ्वी के चारों ओर होंगी, अर्थात गोग और मगोग को जिन की गिनती समुद्र की बालू के बराबर होगी, भरमा कर लड़ाई के लिये इकट्ठे करने को निकलेगा।
रोमियो 11:5
सो इसी रीति से इस समय भी, अनुग्रह से चुने हुए कितने लोग बाकी हैं।
दानिय्येल 9:27
और वह प्रधान एक सप्ताह के लिये बहुतों के संग दृढ़ वाचा बान्धेगा, परन्तु आधे सप्ताह के बीतने पर वह मेलबलि और अन्नबलि को बन्द करेगा; और कंगूरे पर उजाड़ने वाली घृणित वस्तुएं दिखाई देंगी और निश्चय से ठनी हुई बात के समाप्त होने तक परमेश्वर का क्रोध उजाड़ने वाले पर पड़ा रहेगा॥
रोमियो 3:5
सो यदि हमारा अधर्म परमेश्वर की धामिर्कता ठहरा देता है, तो हम क्या कहें ?क्या यह कि परमेश्वर जो क्रोध करता है अन्यायी है? यह तो मैं मनुष्य की रीति पर कहता हूं।
रोमियो 2:5
पर अपनी कठोरता और हठीले मन के अनुसार उसके क्रोध के दिन के लिये, जिस में परमेश्वर का सच्चा न्याय प्रगट होगा, अपने निमित क्रोध कमा रहा है।
प्रेरितों के काम 17:31
क्योंकि उस ने एक दिन ठहराया है, जिस में वह उस मनुष्य के द्वारा धर्म से जगत का न्याय करेगा, जिसे उस ने ठहराया है और उसे मरे हुओं में से जिलाकर, यह बात सब पर प्रामाणित कर दी है॥
होशे 1:10
तौभी इस्राएलियों की गिनती समुद्र की बालू की सी हो जाएगी, जिनका मापना-गिनना अनहोना है; और जिस स्थान में उन से यह कहा जाता था कि तुम मेरी प्रजा नहीं हो, उसी स्थान में वे जीवित परमेश्वर के पुत्र कहलाएंगे।
यशायाह 28:15
तुम ने कहा है कि हम ने मृत्यु से वाचा बान्धी और अधोलोक से प्रतिज्ञा कराई है; इस कारण विपत्ति जब बाढ़ की नाईं बढ़ आए तब हमारे पास न आएगी; क्योंकि हम ने झूठ की शरण ली और मिथ्या की आड़ में छिपे हुए हैं।
यशायाह 27:10
क्योंकि गढ़वाला नगर निर्जन हुआ है, वह छोड़ी हुई बस्ती के समान निर्जन और जंगल हो गया है; वहां बछड़े चरेंगे और वहीं बैठेंगे, और पेड़ों की डालियों की फुनगी को खा लेंगे।
यशायाह 8:8
और वह यहूदा पर भी चढ़ आएगा, और बढ़ते बढ़ते उस पर चढ़ेगा और गले तक पहुंचेगा; और हे इम्मानुएल, तेरा समस्त देश उसके पंखों के फैलने से ढंप जाएगा॥
यशायाह 6:11
तब मैं ने पूछा, हे प्रभु कब तक? उसने कहा, जब तक नगर न उजड़े और उन में कोई रह न जाए, और घरों में कोई मनुष्य न रह जाए, और देश उजाड़ और सुनसान हो जाए,
1 राजा 4:20
यहूदा और इस्राएल के लोग बहुत थे, वे समुद्र के तीर पर की बालू के किनकों के समान बहुत थे, और खाते-पीते और आनन्द करते रहे।
उत्पत्ति 18:25
इस प्रकार का काम करना तुझ से दूर रहे कि दुष्ट के संग धर्मी को भी मार डाले और धर्मी और दुष्ट दोनों की एक ही दशा हो। यह तुझ से दूर रहे: क्या सारी पृथ्वी का न्यायी न्याय न करे?