उत्पत्ति 47:15
जब मिस्र और कनान देश का रूपया चुक गया, तब सब मिस्री यूसुफ के पास आ आकर कहने लगे, हम को भोजनवस्तु दे, क्या हम रूपये के न रहने से तेरे रहते हुए मर जाएं?
And when money | וַיִּתֹּ֣ם | wayyittōm | va-yee-TOME |
failed | הַכֶּ֗סֶף | hakkesep | ha-KEH-sef |
land the in | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
of Egypt, | מִצְרַיִם֮ | miṣrayim | meets-ra-YEEM |
land the in and | וּמֵאֶ֣רֶץ | ûmēʾereṣ | oo-may-EH-rets |
of Canaan, | כְּנַעַן֒ | kĕnaʿan | keh-na-AN |
all | וַיָּבֹאוּ֩ | wayyābōʾû | va-ya-voh-OO |
the Egyptians | כָל | kāl | hahl |
came | מִצְרַ֨יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
unto | אֶל | ʾel | el |
Joseph, | יוֹסֵ֤ף | yôsēp | yoh-SAFE |
and said, | לֵאמֹר֙ | lēʾmōr | lay-MORE |
Give | הָֽבָה | hābâ | HA-va |
us bread: | לָּ֣נוּ | lānû | LA-noo |
for why | לֶ֔חֶם | leḥem | LEH-hem |
die we should | וְלָ֥מָּה | wĕlāmmâ | veh-LA-ma |
in thy presence? | נָמ֖וּת | nāmût | na-MOOT |
for | נֶגְדֶּ֑ךָ | negdekā | neɡ-DEH-ha |
the money | כִּ֥י | kî | kee |
faileth. | אָפֵ֖ס | ʾāpēs | ah-FASE |
כָּֽסֶף׃ | kāsep | KA-sef |