उत्पत्ति 3:17
और आदम से उसने कहा, तू ने जो अपनी पत्नी की बात सुनी, और जिस वृक्ष के फल के विषय मैं ने तुझे आज्ञा दी थी कि तू उसे न खाना उसको तू ने खाया है, इसलिये भूमि तेरे कारण शापित है: तू उसकी उपज जीवन भर दु:ख के साथ खाया करेगा:
And unto Adam | וּלְאָדָ֣ם | ûlĕʾādām | oo-leh-ah-DAHM |
he said, | אָמַ֗ר | ʾāmar | ah-MAHR |
Because | כִּֽי | kî | kee |
hearkened hast thou | שָׁמַעְתָּ֮ | šāmaʿtā | sha-ma-TA |
unto the voice | לְק֣וֹל | lĕqôl | leh-KOLE |
wife, thy of | אִשְׁתֶּךָ֒ | ʾištekā | eesh-teh-HA |
and hast eaten | וַתֹּ֙אכַל֙ | wattōʾkal | va-TOH-HAHL |
of | מִן | min | meen |
tree, the | הָעֵ֔ץ | hāʿēṣ | ha-AYTS |
of which | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
I commanded thee, | צִוִּיתִ֙יךָ֙ | ṣiwwîtîkā | tsee-wee-TEE-HA |
saying, | לֵאמֹ֔ר | lēʾmōr | lay-MORE |
Thou shalt not | לֹ֥א | lōʾ | loh |
eat | תֹאכַ֖ל | tōʾkal | toh-HAHL |
of | מִמֶּ֑נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
it: cursed | אֲרוּרָ֤ה | ʾărûrâ | uh-roo-RA |
ground the is | הָֽאֲדָמָה֙ | hāʾădāmāh | ha-uh-da-MA |
for thy sake; | בַּֽעֲבוּרֶ֔ךָ | baʿăbûrekā | ba-uh-voo-REH-ha |
sorrow in | בְּעִצָּבוֹן֙ | bĕʿiṣṣābôn | beh-ee-tsa-VONE |
shalt thou eat | תֹּֽאכֲלֶ֔נָּה | tōʾkălennâ | toh-huh-LEH-na |
all it of | כֹּ֖ל | kōl | kole |
the days | יְמֵ֥י | yĕmê | yeh-MAY |
of thy life; | חַיֶּֽיךָ׃ | ḥayyêkā | ha-YAY-ha |