Genesis 20:3
रात को परमेश्वर ने स्वप्न में अबीमेलेक के पास आकर कहा, सुन, जिस स्त्री को तू ने रख लिया है, उसके कारण तू मर जाएगा, क्योंकि वह सुहागिन है।
Genesis 20:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
But God came to Abimelech in a dream by night, and said to him, Behold, thou art but a dead man, for the woman which thou hast taken; for she is a man's wife.
American Standard Version (ASV)
But God came to Abimelech in a dream of the night, and said to him, Behold, thou art but a dead man, because of the woman whom thou hast taken. For she is a man's wife.
Bible in Basic English (BBE)
But God came to Abimelech in a dream in the night, and said to him, Truly you are a dead man because of the woman whom you have taken; for she is a man's wife.
Darby English Bible (DBY)
But God came to Abimelech in a dream by night, and said to him, Behold, thou art [but] a dead man, because of the woman that thou hast taken; for she is a man's wife.
Webster's Bible (WBT)
But God came to Abimelech in a dream by night, and said to him, Behold, thou art but a dead man, on account of the woman whom thou hast taken: for she is a man's wife.
World English Bible (WEB)
But God came to Abimelech in a dream of the night, and said to him, "Behold, you are a dead man, because of the woman whom you have taken. For she is a man's wife."
Young's Literal Translation (YLT)
And God cometh in unto Abimelech in a dream of the night, and saith to him, `Lo, thou `art' a dead man, because of the woman whom thou hast taken -- and she married to a husband.'
| But God | וַיָּבֹ֧א | wayyābōʾ | va-ya-VOH |
| came | אֱלֹהִ֛ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
| to | אֶל | ʾel | el |
| Abimelech | אֲבִימֶ֖לֶךְ | ʾăbîmelek | uh-vee-MEH-lek |
| in a dream | בַּֽחֲל֣וֹם | baḥălôm | ba-huh-LOME |
| night, by | הַלָּ֑יְלָה | hallāyĕlâ | ha-LA-yeh-la |
| and said | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| to him, Behold, | ל֗וֹ | lô | loh |
| man, dead a but art thou | הִנְּךָ֥ | hinnĕkā | hee-neh-HA |
| for | מֵת֙ | mēt | mate |
| the woman | עַל | ʿal | al |
| which | הָֽאִשָּׁ֣ה | hāʾiššâ | ha-ee-SHA |
| taken; hast thou | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| for she | לָקַ֔חְתָּ | lāqaḥtā | la-KAHK-ta |
| is a man's | וְהִ֖וא | wĕhiw | veh-HEEV |
| wife. | בְּעֻ֥לַת | bĕʿulat | beh-OO-laht |
| בָּֽעַל׃ | bāʿal | BA-al |
Cross Reference
भजन संहिता 105:14
परन्तु उसने किसी मनुष्य को उन पर अन्धेर करने न दिया; और वह राजाओं को उनके निमित्त यह धमकी देता था,
अय्यूब 33:15
स्वप्न में, वा रात को दिए हुए दर्शन में, जब मनुष्य घोर निद्रा में पड़े रहते हैं, वा बिछौने पर सोते समय,
उत्पत्ति 20:7
सो अब उस पुरूष की पत्नी को उसे फेर दे; क्योंकि वह नबी है, और तेरे लिये प्रार्थना करेगा, और तू जीता रहेगा: पर यदि तू उसको न फेर दे तो जान रख, कि तू, और तेरे जितने लोग हैं, सब निश्चय मर जाएंगे।
मत्ती 27:19
जब वह न्याय की गद्दी पर बैठा हुआ था तो उस की पत्नी ने उसे कहला भेजा, कि तू उस धर्मी के मामले में हाथ न डालना; क्योंकि मैं ने आज स्वप्न में उसके कारण बहुत दुख उठाया है।
मत्ती 1:20
जब वह इन बातों के सोच ही में था तो प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्वप्न में दिखाई देकर कहने लगा; हे यूसुफ दाऊद की सन्तान, तू अपनी पत्नी मरियम को अपने यहां ले आने से मत डर; क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है।
मत्ती 2:12
और स्वप्न में यह चितौनी पाकर कि हेरोदेस के पास फिर न जाना, वे दूसरे मार्ग से होकर अपने देश को चले गए॥
योना 3:4
और योना ने नगर में प्रवेश कर के एक दिन की यात्रा पूरी की, और यह प्रचार करता गया, अब से चालीस दिन के बीतने पर नीनवे उलट दिया जाएगा।
यहेजकेल 33:14
फिर जब मैं दुष्ट से कहूं, तू निश्चय मरेगा, और वह अपने पाप से फिर कर न्याय और धर्म के काम करने लगे,
अय्यूब 4:12
एक बात चुपके से मेरे पास पहुंचाई गई, और उसकी कुछ भनक मेरे कान में पड़ी।
उत्पत्ति 41:1
पूरे दो बरस के बीतने पर फिरौन ने यह स्वप्न देखा, कि वह नील नदी के किनारे पर खड़ा है।
उत्पत्ति 40:8
उन्होंने उस से कहा, हम दोनो ने स्वपन देखा है, और उनके फल का बताने वाला कोई भी नहीं। यूसुफ ने उनसे कहा, क्या स्वपनों का फल कहना परमेश्वर का काम नहीं? मुझे अपना अपना स्वपन बताओ।
उत्पत्ति 37:9
फिर उसने एक और स्वप्न देखा, और अपने भाइयों से उसका भी यों वर्णन किया, कि सुनो, मैं ने एक और स्वप्न देखा है, कि सूर्य और चन्द्रमा, और ग्यारह तारे मुझे दण्डवत कर रहे हैं।
उत्पत्ति 37:5
और यूसुफ ने एक स्वप्न देखा, और अपने भाइयों से उसका वर्णन किया: तब वे उससे और भी द्वेष करने लगे।
उत्पत्ति 31:24
तब परमेश्वर ने रात के स्वप्न में आरामी लाबान के पास आकर कहा, सावधान रह, तू याकूब से न तो भला कहना और न बुरा।
उत्पत्ति 28:12
तब उसने स्वप्न में क्या देखा, कि एक सीढ़ी पृथ्वी पर खड़ी है, और उसका सिरा स्वर्ग तक पहुंचा है: और परमेश्वर के दूत उस पर से चढ़ते उतरते हैं।