Ezekiel 29:11
चालीस वर्ष तक उस में मनुष्य वा पशु का पांव तक न पड़ेगा; और न उस में कोई बसेगा।
Ezekiel 29:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
No foot of man shall pass through it, nor foot of beast shall pass through it, neither shall it be inhabited forty years.
American Standard Version (ASV)
No foot of man shall pass through it, nor foot of beast shall pass through it, neither shall it be inhabited forty years.
Bible in Basic English (BBE)
No foot of man will go through it and no foot of beast, and it will be unpeopled for forty years.
Darby English Bible (DBY)
No foot of man shall pass through it, nor shall foot of beast pass through it, nor shall it be inhabited, forty years.
World English Bible (WEB)
No foot of man shall pass through it, nor foot of animal shall pass through it, neither shall it be inhabited forty years.
Young's Literal Translation (YLT)
Not pass over into it doth a foot of man, Yea, the foot of beast doth not pass into it, Nor is it inhabited forty years.
| No | לֹ֤א | lōʾ | loh |
| foot | תַעֲבָר | taʿăbār | ta-uh-VAHR |
| of man | בָּהּ֙ | bāh | ba |
| through pass shall | רֶ֣גֶל | regel | REH-ɡel |
| it, nor | אָדָ֔ם | ʾādām | ah-DAHM |
| foot | וְרֶ֥גֶל | wĕregel | veh-REH-ɡel |
| beast of | בְּהֵמָ֖ה | bĕhēmâ | beh-hay-MA |
| shall pass through | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| it, neither | תַעֲבָר | taʿăbār | ta-uh-VAHR |
| inhabited be it shall | בָּ֑הּ | bāh | ba |
| forty | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| years. | תֵשֵׁ֖ב | tēšēb | tay-SHAVE |
| אַרְבָּעִ֥ים | ʾarbāʿîm | ar-ba-EEM | |
| שָׁנָֽה׃ | šānâ | sha-NA |
Cross Reference
यहेजकेल 32:13
मैं उसके सब पशुओं को उसके बहुतेरे जलाशयों के तीर पर से नाश करूंगा; और भविष्य में वे न तो मनुष्य के पांव से और न पशुओं के खुरों से गंदले किए जाएंगे।
यिर्मयाह 43:11
वह आके मिस्र देश को मारेगा, तब जो मरने वाले हों वे मृत्यु के वश में, जो बंधुए होने वाले हों वे बंधुआई में, और जो तलवार के लिये हें वे तलवार के वश में कर दिए जाएंगे।
दानिय्येल 9:2
उसके राज्य के पहिले वर्ष में, मुझ दानिय्येल ने शास्त्र के द्वारा समझ लिया कि यरूशलेम की उजड़ी हुई दशा यहोवा के उस वचन के अनुसार, जो यिर्मयाह नबी के पास पहुंचा था, कुछ वर्षों के बीतने पर अर्थात सत्तर वर्ष के बाद पूरी हो जाएगी।
यहेजकेल 36:28
तुम उस देश में बसोगे जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था; और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूंगा।
यहेजकेल 33:28
और मैं उस देश को उजाड़ ही उजाड़ कर दूंगा; और उसके बल का घमण्ड जाता रहेगा; और इस्राएल के पहाड़ ऐसे उजड़ेंगे कि उन पर हो कर कोई न चलेगा।
यहेजकेल 31:12
परदेशी, जो जातियों में भयानक लोग हैं, वे उसको काट कर छोड़ देंगे, उसकी डालियां पहाड़ों पर, और सब तराइयों में गिराई जाएंगी, और उसकी शाखाएं देश के सब नालों में टूटी पड़ी रहेंगी, और जाति जाति के सब लोग उसकी छाया को छोड़ कर चले जाएंगे।
यहेजकेल 30:10
परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, मैं बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ से मिस्र की भीड़-भाड़ को नाश करा दूंगा।
यिर्मयाह 29:10
यहोवा यों कहता है कि बाबुल के सत्तर वर्ष पूरे होने पर मैं तुम्हारी सुधि लूंगा, और अपना यह मनभवना वचन कि मैं तुम्हें इस स्थान में लौटा ले आऊंगा, पूरा करूंगा।
यिर्मयाह 25:11
सारी जातियों का यह देश उजाड़ ही उजाड़ होगा, और ये सब जातियां सत्तर वर्ष तक बाबुल के राजा के आधीन रहेंगी।
यशायाह 23:17
सत्तर वर्ष के बीतने पर यहोवा सोर की सुधि लेगा, और वह फिर छिनाले की कमाई पर मन लगा कर धरती भर के सब राज्यों के संग छिनाला करेगी।
यशायाह 23:15
उस समय एक राजा के दिनों के अनुसार सत्तर वर्ष तक सोर बिसरा हुआ रहेगा। सत्तर वर्ष के बीतने पर सोर वेश्या की नाईं गीत गाने लगेगा।
2 इतिहास 36:21
यह सब इसलिये हुआ कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुंह से निकला था, वह पूरा हो, कि देश अपने विश्राम कालों में सुख भोगता रहे। इसलिये जब तक वह सूना पड़ा रहा तब तक अर्थात सत्तर वर्ष के पूरे होने तक उसको विश्राम मिला।