Exodus 32:1
जब लोगों ने देखा कि मूसा को पर्वत से उतरने में विलम्ब हो रहा है, तब वे हारून के पास इकट्ठे हो कर कहने लगे, अब हमारे लिये देवता बना, जो हमारे आगे आगे चले; क्योंकि उस पुरूष मूसा को जो हमें मिस्र देश से निकाल ले आया है, हम नहीं जानते कि उसे क्या हुआ?
Exodus 32:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
And when the people saw that Moses delayed to come down out of the mount, the people gathered themselves together unto Aaron, and said unto him, Up, make us gods, which shall go before us; for as for this Moses, the man that brought us up out of the land of Egypt, we wot not what is become of him.
American Standard Version (ASV)
And when the people saw that Moses delayed to come down from the mount, the people gathered themselves together unto Aaron, and said unto him, Up, make us gods, which shall go before us; for as for this Moses, the man that brought us up out of the land of Egypt, we know not what is become of him.
Bible in Basic English (BBE)
And when the people saw that Moses was a long time coming down from the mountain, they all came to Aaron and said to him, Come, make us a god to go before us: as for this Moses, who took us up out of the land of Egypt, we have no idea what has become of him.
Darby English Bible (DBY)
And when the people saw that Moses delayed to come down from the mountain, the people collected together to Aaron, and said to him, Up, make us a god, who will go before us; for this Moses, the man that has brought us up out of the land of Egypt, -- we do not know what is become of him!
Webster's Bible (WBT)
And when the people saw that Moses delayed to come down from the mount, the people assembled themselves to Aaron, and said to him, Arise, make us gods which shall go before us: for as for this Moses, the man that brought us out of the land of Egypt, we know not what is become of him.
World English Bible (WEB)
When the people saw that Moses delayed to come down from the mountain, the people gathered themselves together to Aaron, and said to him, "Come, make us gods, which shall go before us; for as for this Moses, the man who brought us up out of the land of Egypt, we don't know what has become of him."
Young's Literal Translation (YLT)
And the people see that Moses is delaying to come down from the mount, and the people assemble against Aaron, and say unto him, `Rise, make for us gods who go before us, for this Moses -- the man who brought us up out of the land of Egypt -- we have not known what hath happened to him.'
| And when the people | וַיַּ֣רְא | wayyar | va-YAHR |
| saw | הָעָ֔ם | hāʿām | ha-AM |
| that | כִּֽי | kî | kee |
| Moses | בֹשֵׁ֥שׁ | bōšēš | voh-SHAYSH |
| delayed | מֹשֶׁ֖ה | mōše | moh-SHEH |
| down come to | לָרֶ֣דֶת | lāredet | la-REH-det |
| out of | מִן | min | meen |
| the mount, | הָהָ֑ר | hāhār | ha-HAHR |
| people the | וַיִּקָּהֵ֨ל | wayyiqqāhēl | va-yee-ka-HALE |
| gathered themselves together | הָעָ֜ם | hāʿām | ha-AM |
| unto | עַֽל | ʿal | al |
| Aaron, | אַהֲרֹ֗ן | ʾahărōn | ah-huh-RONE |
| said and | וַיֹּֽאמְר֤וּ | wayyōʾmĕrû | va-yoh-meh-ROO |
| unto | אֵלָיו֙ | ʾēlāyw | ay-lav |
| him, Up, | ק֣וּם׀ | qûm | koom |
| make | עֲשֵׂה | ʿăśē | uh-SAY |
| us gods, | לָ֣נוּ | lānû | LA-noo |
| which | אֱלֹהִ֗ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
| shall go | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
| before | יֵֽלְכוּ֙ | yēlĕkû | yay-leh-HOO |
| us; for | לְפָנֵ֔ינוּ | lĕpānênû | leh-fa-NAY-noo |
| as for this | כִּי | kî | kee |
| Moses, | זֶ֣ה׀ | ze | zeh |
| the man | מֹשֶׁ֣ה | mōše | moh-SHEH |
| that | הָאִ֗ישׁ | hāʾîš | ha-EESH |
| brought | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
| land the of out up us | הֶֽעֱלָ֙נוּ֙ | heʿĕlānû | heh-ay-LA-NOO |
| of Egypt, | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
| wot we | מִצְרַ֔יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
| not | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| what | יָדַ֖עְנוּ | yādaʿnû | ya-DA-noo |
| is become | מֶה | me | meh |
| of him. | הָ֥יָה | hāyâ | HA-ya |
| לֽוֹ׃ | lô | loh |
Cross Reference
प्रेरितों के काम 7:40
और हारून से कहा; हमारे लिये ऐसा देवता बना, जो हमारे आगे आगे चलें; क्योंकि यह मूसा जा हमें मिसर देश से निकाल लाया, हम नहीं जानते उसे क्या हुआ?
निर्गमन 24:18
तब मूसा बादल के बीच में प्रवेश करके पर्वत पर चढ़ गया। और मूसा पर्वत पर चालीस दिन और चालीस रात रहा॥
2 पतरस 3:4
और कहेंगे, उसके आने की प्रतिज्ञा कहां गई? क्योंकि जब से बाप-दादे सो गए हैं, सब कुछ वैसा ही है, जैसा सृष्टि के आरम्भ से था?
व्यवस्थाविवरण 9:9
जब मैं उस वाचा के पत्थर की पटियाओं को जो यहोवा ने तुम से बान्धी थी लेने के लिये पर्वत के ऊपर चढ़ गया, तब चालीस दिन और चालीस रात पर्वत ही के ऊपर रहा; और मैं ने न तो रोटी खाई न पानी पिया।
निर्गमन 13:21
और यहोवा उन्हें दिन को मार्ग दिखाने के लिये मेघ के खम्भे में, और रात को उजियाला देने के लिये आग के खम्भे में हो कर उनके आगे आगे चला करता था, जिससे वे रात और दिन दोनों में चल सकें।
निर्गमन 14:11
और वे मूसा से कहने लगे, क्या मिस्र में कबरें न थीं जो तू हम को वहां से मरने के लिये जंगल में ले आया है? तू ने हम से यह क्या किया, कि हम को मिस्र से निकाल लाया?
निर्गमन 32:7
तब यहोवा ने मूसा से कहा, नीचे उतर जा, क्योंकि तेरी प्रजा के लोग, जिन्हें तू मिस्र देश से निकाल ले आया है, सो बिगड़ गए हैं;
प्रेरितों के काम 19:26
और तुम देखते और सुनते हो, कि केवल इफिसुस ही में नहीं, वरन प्राय: सारे आसिया में यह कह कहकर इस पौलुस ने बहुत लोगों को समझाया और भरमाया भी है, कि जो हाथ की कारीगरी है, वे ईश्वर नहीं।
प्रेरितों के काम 17:29
सो परमेश्वर का वंश होकर हमें यह समझना उचित नहीं, कि ईश्वरत्व, सोने या रूपे या पत्थर के समान है, जो मनुष्य की कारीगरी और कल्पना से गढ़े गए हों।
मीका 6:4
मेरे विरुद्ध साक्षी दे! मैं तो तुझे मिस्र देश से निकाल ले आया, और दासत्व के घर में से तुझे छुड़ा लाया; और तेरी अगुवाई करने को मूसा, हारून और मरियम को भेज दिया।
होशे 12:13
एक भविष्यद्वक्ता के द्वारा यहोवा इस्राएल को मिस्र से निकाल ले आया, और भविष्यद्वक्ता ही के द्वारा उसकी रक्षा हुई।
यहोशू 7:13
उठ, प्रजा के लोगों को पवित्र कर, उन से कह; कि बिहान तक अपने अपने को पवित्र कर रखो; क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, कि हे इस्राएल, तेरे मध्य में अर्पण की वस्तु है; इसलिये जब तक तू अर्पण की वस्तु को अपने मध्य में से दूर न करे तब तक तू अपने शत्रुओं के साम्हने खड़ा न रह सकेगा।
व्यवस्थाविवरण 9:11
और चालीस दिन और चालीस रात के बीत जाने पर यहोवा ने पत्थर की वे दो वाचा की पटियाएं मुझे दे दीं।
व्यवस्थाविवरण 4:15
इसलिये तुम अपने विषय में बहुत सावधान रहना। क्योंकि जब यहोवा ने तुम से होरेब पर्वत पर आग के बीच में से बातें की तब तुम को कोई रूप न देख पड़ा,
उत्पत्ति 19:14
तब लूत ने निकल कर अपने दामादों को, जिनके साथ उसकी बेटियों की सगाई हो गई थी, समझा के कहा, उठो, इस स्थान से निकल चलो: क्योंकि यहोवा इस नगर को नाश किया चाहता है। पर वह अपने दामादों की दृष्टि में ठट्ठा करने हारा सा जान पड़ा।
उत्पत्ति 21:26
तब अबीमेलेक ने कहा, मैं नहीं जानता कि किस ने यह काम किया: और तू ने भी मुझे नहीं बताया, और न मैं ने आज से पहिले इसके विषय में कुछ सुना।
उत्पत्ति 39:8
पर उसने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, सुन, जो कुछ इस घर में है मेरे हाथ में है; उसे मेरा स्वामी कुछ नहीं जानता, और उसने अपना सब कुछ मेरे हाथ में सौप दिया है।
उत्पत्ति 44:4
वे नगर से निकले ही थे, और दूर न जाने पाए थे, कि यूसुफ ने अपने घर के अधिकारी से कहा, उन मनुष्यों का पीछा कर, और उन को पाकर उन से कह, कि तुम ने भलाई की सन्ती बुराई क्यों की है?
उत्पत्ति 44:15
यूसुफ ने उन से कहा, तुम लोगों ने यह कैसा काम किया है? क्या तुम न जानते थे, कि मुझ सा मनुष्य शकुन विचार सकता है?
निर्गमन 16:3
और इस्राएली उन से कहने लगे, कि जब हम मिस्र देश में मांस की हांडियों के पास बैठकर मनमाना भोजन खाते थे, तब यदि हम यहोवा के हाथ से मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था; पर तुम हम को इस जंगल में इसलिये निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखों मार डालो।
निर्गमन 20:3
तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना॥
निर्गमन 32:11
तब मूसा अपने परमेश्वर यहोवा को यह कहके मनाने लगा, कि हे यहोवा, तेरा कोप अपनी प्रजा पर क्यों भड़का है, जिसे तू बड़े सामर्थ्य और बलवन्त हाथ के द्वारा मिस्र देश से निकाल लाया है?
निर्गमन 33:3
तुम लोग उस देश को जाओ जिस में दूध और मधु की धारा बहती है; परन्तु तुम हठीले हो, इस कारण मैं तुम्हारे बीच में होके न चलूंगा, ऐसा न हो कि मैं मार्ग में तुम्हारा अन्त कर डालूं।
निर्गमन 33:14
यहोवा ने कहा, मैं आप चलूंगा और तुझे विश्राम दूंगा।
मत्ती 24:48
परन्तु यदि वह दुष्ट दास सोचने लगे, कि मेरे स्वामी के आने में देर है।
मत्ती 24:43
परन्तु यह जान लो कि यदि घर का स्वामी जानता होता कि चोर किस पहर आएगा, तो जागता रहता; और अपने घर में सेंध लगने न देता।