निर्गमन 27:18
आंगन की लम्बाई सौ हाथ की, और उसकी चौड़ाई बराबर पचास हाथ की और उसकी कनात की ऊंचाई पांच हाथ की हो, उसकी कनात बटी हुई सुक्ष्म सनी के कपड़े की बने, और खम्भों के खाने पीतल के हों।
The length | אֹ֣רֶךְ | ʾōrek | OH-rek |
of the court | הֶֽחָצֵר֩ | heḥāṣēr | heh-ha-TSARE |
hundred an be shall | מֵאָ֨ה | mēʾâ | may-AH |
cubits, | בָֽאַמָּ֜ה | bāʾammâ | va-ah-MA |
and the breadth | וְרֹ֣חַב׀ | wĕrōḥab | veh-ROH-hahv |
fifty | חֲמִשִּׁ֣ים | ḥămiššîm | huh-mee-SHEEM |
where, every | בַּֽחֲמִשִּׁ֗ים | baḥămiššîm | ba-huh-mee-SHEEM |
and the height | וְקֹמָ֛ה | wĕqōmâ | veh-koh-MA |
five | חָמֵ֥שׁ | ḥāmēš | ha-MAYSH |
cubits | אַמּ֖וֹת | ʾammôt | AH-mote |
twined fine of | שֵׁ֣שׁ | šēš | shaysh |
linen, | מָשְׁזָ֑ר | mošzār | mohsh-ZAHR |
and their sockets | וְאַדְנֵיהֶ֖ם | wĕʾadnêhem | veh-ad-nay-HEM |
of brass. | נְחֹֽשֶׁת׃ | nĕḥōšet | neh-HOH-shet |