एस्तेर 8:5
तब एस्तेर उठ कर राजा के साम्हने खड़ी हुई; और कहने लगी कि यदि राजा को स्वीकार हो और वह मुझ से प्रसन्न है और यह बात उसको ठीक जान पड़े, और मैं भी उसको अच्छी लगती हूँ, तो जो चिट्ठियां हम्मदाता अगागी के पुत्र हामान ने राजा के सब प्रान्तों के यहूदियों को नाश करने की युक्ति कर के लिखाई थीं, उन को पलटने के लिये लिखा जाए।
And said, | וַ֠תֹּאמֶר | wattōʾmer | VA-toh-mer |
If | אִם | ʾim | eem |
it please | עַל | ʿal | al |
הַמֶּ֨לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek | |
the king, | ט֜וֹב | ṭôb | tove |
if and | וְאִם | wĕʾim | veh-EEM |
I have found | מָצָ֧אתִי | māṣāʾtî | ma-TSA-tee |
favour | חֵ֣ן | ḥēn | hane |
in his sight, | לְפָנָ֗יו | lĕpānāyw | leh-fa-NAV |
thing the and | וְכָשֵׁ֤ר | wĕkāšēr | veh-ha-SHARE |
seem right | הַדָּבָר֙ | haddābār | ha-da-VAHR |
before | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
the king, | הַמֶּ֔לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
I and | וְטוֹבָ֥ה | wĕṭôbâ | veh-toh-VA |
be pleasing | אֲנִ֖י | ʾănî | uh-NEE |
in his eyes, | בְּעֵינָ֑יו | bĕʿênāyw | beh-ay-NAV |
written be it let | יִכָּתֵ֞ב | yikkātēb | yee-ka-TAVE |
to reverse | לְהָשִׁ֣יב | lĕhāšîb | leh-ha-SHEEV |
אֶת | ʾet | et | |
the letters | הַסְּפָרִ֗ים | hassĕpārîm | ha-seh-fa-REEM |
devised | מַֽחֲשֶׁ֜בֶת | maḥăšebet | ma-huh-SHEH-vet |
by Haman | הָמָ֤ן | hāmān | ha-MAHN |
the son | בֶּֽן | ben | ben |
of Hammedatha | הַמְּדָ֙תָא֙ | hammĕdātāʾ | ha-meh-DA-TA |
Agagite, the | הָֽאֲגָגִ֔י | hāʾăgāgî | ha-uh-ɡa-ɡEE |
which | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
he wrote | כָּתַ֗ב | kātab | ka-TAHV |
to destroy | לְאַבֵּד֙ | lĕʾabbēd | leh-ah-BADE |
אֶת | ʾet | et | |
Jews the | הַיְּהוּדִ֔ים | hayyĕhûdîm | ha-yeh-hoo-DEEM |
which | אֲשֶׁ֖ר | ʾăšer | uh-SHER |
are in all | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
the king's | מְדִינ֥וֹת | mĕdînôt | meh-dee-NOTE |
provinces: | הַמֶּֽלֶךְ׃ | hammelek | ha-MEH-lek |