एस्तेर 1:8
पीना तो नियम के अनुसार होता था, किसी को बरबस नहीं पिलाया जाता था; क्योंकि राजा ने तो अपने भवन के सब भणडारियों को आज्ञा दी थी, कि जो पाहुन जैसा चाहे उसके साथ वैसा ही बर्ताव करना।
And the drinking | וְהַשְּׁתִיָּ֥ה | wĕhaššĕtiyyâ | veh-ha-sheh-tee-YA |
was according to the law; | כַדָּ֖ת | kaddāt | ha-DAHT |
none | אֵ֣ין | ʾên | ane |
did compel: | אֹנֵ֑ס | ʾōnēs | oh-NASE |
for | כִּי | kî | kee |
so | כֵ֣ן׀ | kēn | hane |
the king | יִסַּ֣ד | yissad | yee-SAHD |
had appointed | הַמֶּ֗לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
to | עַ֚ל | ʿal | al |
all | כָּל | kāl | kahl |
the officers | רַ֣ב | rab | rahv |
of his house, | בֵּית֔וֹ | bêtô | bay-TOH |
do should they that | לַֽעֲשׂ֖וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
according to every man's | כִּרְצ֥וֹן | kirṣôn | keer-TSONE |
אִישׁ | ʾîš | eesh | |
pleasure. | וָאִֽישׁ׃ | wāʾîš | va-EESH |