सभोपदेशक 11:6
भोर को अपना बीज बो, और सांझ को भी अपना हाथ न रोक; क्योंकि तू नहीं जानता कि कौन सफल होगा, यह वा वह वा दोनों के दोनों अच्छे निकलेंगे।
In the morning | בַּבֹּ֙קֶר֙ | babbōqer | ba-BOH-KER |
sow | זְרַ֣ע | zĕraʿ | zeh-RA |
אֶת | ʾet | et | |
thy seed, | זַרְעֶ֔ךָ | zarʿekā | zahr-EH-ha |
evening the in and | וְלָעֶ֖רֶב | wĕlāʿereb | veh-la-EH-rev |
withhold | אַל | ʾal | al |
not | תַּנַּ֣ח | tannaḥ | ta-NAHK |
thine hand: | יָדֶ֑ךָ | yādekā | ya-DEH-ha |
for | כִּי֩ | kiy | kee |
knowest thou | אֵֽינְךָ֙ | ʾênĕkā | ay-neh-HA |
not | יוֹדֵ֜ע | yôdēʿ | yoh-DAY |
whether | אֵ֣י | ʾê | ay |
זֶ֤ה | ze | zeh | |
shall prosper, | יִכְשָׁר֙ | yikšār | yeek-SHAHR |
either this | הֲזֶ֣ה | hăze | huh-ZEH |
or | אוֹ | ʾô | oh |
that, | זֶ֔ה | ze | zeh |
or whether | וְאִם | wĕʾim | veh-EEM |
they both | שְׁנֵיהֶ֥ם | šĕnêhem | sheh-nay-HEM |
shall be alike | כְּאֶחָ֖ד | kĕʾeḥād | keh-eh-HAHD |
good. | טוֹבִֽים׃ | ṭôbîm | toh-VEEM |