सभोपदेशक 10:4
यदि हाकिम का क्रोध तुझ पर भड़के, तो अपना स्थान न छोड़ना, क्योंकि धीरज धरने से बड़े बड़े पाप रुकते हैं॥
If | אִם | ʾim | eem |
the spirit | ר֤וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
ruler the of | הַמּוֹשֵׁל֙ | hammôšēl | ha-moh-SHALE |
rise up | תַּעֲלֶ֣ה | taʿăle | ta-uh-LEH |
against | עָלֶ֔יךָ | ʿālêkā | ah-LAY-ha |
leave thee, | מְקוֹמְךָ֖ | mĕqômĕkā | meh-koh-meh-HA |
not | אַל | ʾal | al |
thy place; | תַּנַּ֑ח | tannaḥ | ta-NAHK |
for | כִּ֣י | kî | kee |
yielding | מַרְפֵּ֔א | marpēʾ | mahr-PAY |
pacifieth | יַנִּ֖יחַ | yannîaḥ | ya-NEE-ak |
great | חֲטָאִ֥ים | ḥăṭāʾîm | huh-ta-EEM |
offences. | גְּדוֹלִֽים׃ | gĕdôlîm | ɡeh-doh-LEEM |