सभोपदेशक 1:8
सब बातें परिश्रम से भरी हैं; मनुष्य इसका वर्णन नहीं कर सकता; न तो आंखें देखने से तृप्त होती हैं, और न कान सुनने से भरते हैं।
All | כָּל | kāl | kahl |
things | הַדְּבָרִ֣ים | haddĕbārîm | ha-deh-va-REEM |
labour; of full are | יְגֵעִ֔ים | yĕgēʿîm | yeh-ɡay-EEM |
man | לֹא | lōʾ | loh |
cannot | יוּכַ֥ל | yûkal | yoo-HAHL |
אִ֖ישׁ | ʾîš | eesh | |
utter | לְדַבֵּ֑ר | lĕdabbēr | leh-da-BARE |
eye the it: | לֹא | lōʾ | loh |
is not | תִשְׂבַּ֥ע | tiśbaʿ | tees-BA |
satisfied | עַ֙יִן֙ | ʿayin | AH-YEEN |
with seeing, | לִרְא֔וֹת | lirʾôt | leer-OTE |
nor | וְלֹא | wĕlōʾ | veh-LOH |
the ear | תִמָּלֵ֥א | timmālēʾ | tee-ma-LAY |
filled | אֹ֖זֶן | ʾōzen | OH-zen |
with hearing. | מִשְּׁמֹֽעַ׃ | miššĕmōaʿ | mee-sheh-MOH-ah |