व्यवस्थाविवरण 5:8
तु अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना, न किसी की प्रतिमा बनाना जो आकाश में, वा पृथ्वी के जल में है;
Thou shalt not | לֹֽ֣א | lōʾ | loh |
make | תַעֲשֶׂ֥ה | taʿăśe | ta-uh-SEH |
thee any graven image, | לְךָ֥֣ | lĕkā | leh-HA |
any or | פֶ֣֙סֶל֙׀ | pesel | FEH-sel |
likeness | כָּל | kāl | kahl |
of any thing that | תְּמוּנָ֔֡ה | tĕmûnâ | teh-moo-NA |
heaven in is | אֲשֶׁ֤֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
above, | בַּשָּׁמַ֣֙יִם֙׀ | baššāmayim | ba-sha-MA-yeem |
or that | מִמַּ֔֡עַל | mimmaʿal | mee-MA-al |
earth the in is | וַֽאֲשֶׁ֥ר | waʾăšer | va-uh-SHER |
beneath, | בָּאָ֖֨רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
that or | מִתָּ֑֜חַת | mittāḥat | mee-TA-haht |
is in the waters | וַֽאֲשֶׁ֥ר | waʾăšer | va-uh-SHER |
beneath | בַּמַּ֖֣יִם׀ | bammayim | ba-MA-yeem |
the earth: | מִתַּ֥֣חַת | mittaḥat | mee-TA-haht |
לָאָֽ֗רֶץ׃ | lāʾāreṣ | la-AH-rets |