व्यवस्थाविवरण 22:9
अपनी दाख की बारी में दो प्रकार के बीज न बोना, ऐसा न हो कि उसकी सारी उपज, अर्थात तेरा बोया हुआ बीज और दाख की बारी की उपज दोनों अपवित्र ठहरें।
Thou shalt not | לֹֽא | lōʾ | loh |
sow | תִזְרַ֥ע | tizraʿ | teez-RA |
thy vineyard | כַּרְמְךָ֖ | karmĕkā | kahr-meh-HA |
seeds: divers with | כִּלְאָ֑יִם | kilʾāyim | keel-AH-yeem |
lest | פֶּן | pen | pen |
the fruit | תִּקְדַּ֗שׁ | tiqdaš | teek-DAHSH |
seed thy of | הַֽמְלֵאָ֤ה | hamlēʾâ | hahm-lay-AH |
which | הַזֶּ֙רַע֙ | hazzeraʿ | ha-ZEH-RA |
thou hast sown, | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
fruit the and | תִּזְרָ֔ע | tizrāʿ | teez-RA |
of thy vineyard, | וּתְבוּאַ֖ת | ûtĕbûʾat | oo-teh-voo-AT |
be defiled. | הַכָּֽרֶם׃ | hakkārem | ha-KA-rem |