व्यवस्थाविवरण 18:6
फिर यदि कोई लेवीय इस्राएल की बस्तियों में से किसी से, जहां वह परदेशी की नाईं रहता हो, अपने मन की बड़ी अभिलाषा से उस स्थान पर जाए जिसे यहोवा चुन लेगा,
And if | וְכִֽי | wĕkî | veh-HEE |
a Levite | יָבֹ֨א | yābōʾ | ya-VOH |
come | הַלֵּוִ֜י | hallēwî | ha-lay-VEE |
from any | מֵֽאַחַ֤ד | mēʾaḥad | may-ah-HAHD |
gates thy of | שְׁעָרֶ֙יךָ֙ | šĕʿārêkā | sheh-ah-RAY-HA |
out of all | מִכָּל | mikkāl | mee-KAHL |
Israel, | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
where | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
ה֖וּא | hûʾ | hoo | |
he | גָּ֣ר | gār | ɡahr |
sojourned, | שָׁ֑ם | šām | shahm |
and come | וּבָא֙ | ûbāʾ | oo-VA |
with all | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
the desire | אַוַּ֣ת | ʾawwat | ah-WAHT |
mind his of | נַפְשׁ֔וֹ | napšô | nahf-SHOH |
unto | אֶל | ʾel | el |
the place | הַמָּק֖וֹם | hammāqôm | ha-ma-KOME |
which | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
the Lord | יִבְחַ֥ר | yibḥar | yeev-HAHR |
shall choose; | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |