दानिय्येल 10:9
तौभी मैं ने उस पुरूष के वचनों का शब्द सुना, और जब वह मुझे सुन पड़ा तब मैं मुंह के बल गिर गया और गहरी नींद में भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा॥
Yet heard | וָאֶשְׁמַ֖ע | wāʾešmaʿ | va-esh-MA |
I | אֶת | ʾet | et |
the voice | ק֣וֹל | qôl | kole |
words: his of | דְּבָרָ֑יו | dĕbārāyw | deh-va-RAV |
and when I heard | וּכְשָׁמְעִי֙ | ûkĕšomʿiy | oo-heh-shome-EE |
אֶת | ʾet | et | |
the voice | ק֣וֹל | qôl | kole |
words, his of | דְּבָרָ֔יו | dĕbārāyw | deh-va-RAV |
then was | וַאֲנִ֗י | waʾănî | va-uh-NEE |
I | הָיִ֛יתִי | hāyîtî | ha-YEE-tee |
in a deep sleep | נִרְדָּ֥ם | nirdām | neer-DAHM |
on | עַל | ʿal | al |
my face, | פָּנַ֖י | pānay | pa-NAI |
and my face | וּפָנַ֥י | ûpānay | oo-fa-NAI |
toward the ground. | אָֽרְצָה׃ | ʾārĕṣâ | AH-reh-tsa |