2 Samuel 24:14
दाऊद ने गाद से कहा, मैं बड़े संकट में हूँ; हम यहोवा के हाथ में पड़ें, क्योंकि उसकी दया बड़ी है; परन्तु मनुष्य के हाथ में मैं न पडूंगा।
2 Samuel 24:14 in Other Translations
King James Version (KJV)
And David said unto Gad, I am in a great strait: let us fall now into the hand of the LORD; for his mercies are great: and let me not fall into the hand of man.
American Standard Version (ASV)
And David said unto Gad, I am in a great strait: let us fall now into the hand of Jehovah; for his mercies are great; and let me not fall into the hand of man.
Bible in Basic English (BBE)
And David said to Gad, This is a hard decision for me to make: let us come into the hands of the Lord, for great are his mercies: let me not come into the hands of men.
Darby English Bible (DBY)
And David said to Gad, I am in a great strait: let us fall, I pray thee, into the hand of Jehovah; for his mercies are great; but let me not fall into the hand of man.
Webster's Bible (WBT)
And David said to Gad, I am in a great strait: let us fall now into the hand of the LORD; for his mercies are great: and let me not fall into the hand of man.
World English Bible (WEB)
David said to Gad, I am in a great strait: let us fall now into the hand of Yahweh; for his mercies are great; and let me not fall into the hand of man.
Young's Literal Translation (YLT)
And David saith unto Gad, `I have great distress, let us fall, I pray thee, into the hand of Jehovah, for many `are' His mercies, and into the hand of man let me not fall.'
| And David | וַיֹּ֧אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| said | דָּוִ֛ד | dāwid | da-VEED |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| Gad, | גָּ֖ד | gād | ɡahd |
| great a in am I | צַר | ṣar | tsahr |
| strait: | לִ֣י | lî | lee |
| fall us let | מְאֹ֑ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| now | נִפְּלָה | nippĕlâ | nee-peh-LA |
| into the hand | נָּ֤א | nāʾ | na |
| Lord; the of | בְיַד | bĕyad | veh-YAHD |
| for | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
| his mercies | כִּֽי | kî | kee |
| are great: | רַבִּ֣ים | rabbîm | ra-BEEM |
| not me let and | רַֽחֲמָ֔ו | raḥămāw | ra-huh-MAHV |
| fall | וּבְיַד | ûbĕyad | oo-veh-YAHD |
| into the hand | אָדָ֖ם | ʾādām | ah-DAHM |
| of man. | אַל | ʾal | al |
| אֶפֹּֽלָה׃ | ʾeppōlâ | eh-POH-la |
Cross Reference
भजन संहिता 51:1
हे परमेश्वर, अपनी करूणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर; अपनी बड़ी दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे।
भजन संहिता 119:156
हे यहोवा, तेरी दया तो बड़ी है; इसलिये अपने नियमों के अनुसार मुझे जिला।
नीतिवचन 12:10
धर्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है, परन्तु दुष्टों की दया भी निर्दयता है।
यशायाह 47:6
मैं ने अपनी प्रजा से क्रोधित हो कर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया; तू ने उन पर कुछ दया न की; बूढ़ों पर तू ने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया।
यशायाह 55:7
दुष्ट अपनी चालचलन और अनर्थकारी अपने सोच विचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे, वह उस पर दया करेगा, वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा।
योना 4:2
और उसने यहोवा से यह कह कर प्रार्थना की, हे यहोवा जब मैं अपने देश में था, तब क्या मैं यही बात न कहता था? इसी कारण मैं ने तेरी आज्ञा सुनते ही तर्शीश को भाग जाने के लिये फुर्ती की; क्योंकि मैं जानता था कि तू अनुग्रहकारी और दयालु परमेश्वर है, विलम्ब से कोप करने वाला करूणानिधान है, और दु:ख देने से प्रसन्न नहीं होता।
मीका 7:18
तेरे समान ऐसा परमेश्वर कहां है जो अधर्म को क्षमा करे और अपने निज भाग के बचे हुओं के अपराध को ढांप दे? वह अपने क्रोध को सदा बनाए नहीं रहता, क्योंकि वह करूणा से प्रीति रखता है।
जकर्याह 1:15
और जो जातियां सुख से रहती हैं, उन से मैं क्रोधित हूं; क्योंकि मैं ने तो थोड़ा से क्रोध किया था, परन्तु उन्होंने विपत्ति को बढ़ा दिया।
यूहन्ना 12:27
जब मेरा जी व्याकुल हो रहा है। इसलिये अब मैं क्या कहूं? हे पिता, मुझे इस घड़ी से बचा? परन्तु मैं इसी कारण इस घड़ी को पहुंचा हूं।
फिलिप्पियों 1:23
क्योंकि मैं दोनों के बीच अधर में लटका हूं; जी तो चाहता है कि कूच करके मसीह के पास जा रहूं, क्योंकि यह बहुत ही अच्छा है।
भजन संहिता 145:9
यहोवा सभों के लिये भला है, और उसकी दया उसकी सारी सृष्टि पर है॥
भजन संहिता 130:4
परन्तु तू क्षमा करने वाला है? जिस से तेरा भय माना जाए।
1 शमूएल 13:6
जब इस्राएली पुरूषों ने देखा कि हम सकेती में पड़े हैं (और सचमुच लोग संकट में पड़े थे), तब वे लोग गुफाओं, झाड़ियों, चट्टानों, गढिय़ों, और गढ़हों में जा छिपे।
2 राजा 6:15
भोर को परमेश्वर के भक्त का टहलुआ उठा और निकल कर क्या देखता है कि घोड़ों और रथों समेत एक दल नगर को घेरे हुए पड़ा है। और उसके सेवक ने उस से कहा, हाय! मेरे स्वामी, हम क्या करें?
2 राजा 13:3
इसलिये यहोवा का क्रोध इस्राएलियों के विरुद्ध भड़क उठा, और उसने उन को अराम के राजा हजाएल, और उसके पुत्र बेन्हदद के आधीन कर दिया।
1 इतिहास 21:13
दाऊद ने गाद से कहा, मैं बड़े संकट में पड़ा हूँ; मैं यहोवा के हाथ में पड़ूं, क्योंकि उसकी दया बहुत बड़ी है; परन्तु मनुष्य के हाथ में मुझे पड़ना न पड़े।
2 इतिहास 28:5
इसलिये उसके परमेश्वर यहोवा ने उसको अरामियों के राजा के हाथ कर दिया, और वे उसको जीत कर, उसके बहुत से लोगों को बन्धुआ बना के दमिश्क को ले गए। और वह इस्राएल के राजा के वश में कर दिया गया, जिसने उसे बड़ी मार से मारा।
भजन संहिता 86:5
क्योंकि हे प्रभु, तू भला और क्षमा करने वाला है, और जितने तुझे पुकारते हैं उन सभों के लिये तू अति करूणामय है।
भजन संहिता 86:15
परन्तु प्रभु तू दयालु और अनुग्रहकारी ईश्वर है, तू विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।
भजन संहिता 103:8
यहोवा दयालु और अनुग्रहकरी, विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।
भजन संहिता 106:41
तब उसने उन को अन्यजातियों के वश में कर दिया, और उनके बैरियों ने उन पर प्रभुता की।
निर्गमन 34:6
और यहोवा उसके साम्हने हो कर यों प्रचार करता हुआ चला, कि यहोवा, यहोवा, ईश्वर दयालु और अनुग्रहकारी, कोप करने में धीरजवन्त, और अति करूणामय और सत्य,