2 Kings 19:34
और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा कर के इसे बचाऊंगा।
2 Kings 19:34 in Other Translations
King James Version (KJV)
For I will defend this city, to save it, for mine own sake, and for my servant David's sake.
American Standard Version (ASV)
For I will defend this city to save it, for mine own sake, and for my servant David's sake.
Bible in Basic English (BBE)
For I will keep this town safe, for my honour, and for the honour of my servant David.
Darby English Bible (DBY)
And I will defend this city, to save it, For mine own sake, and for my servant David's sake.
Webster's Bible (WBT)
For I will defend this city, to save it, for my own sake, and for my servant David's sake.
World English Bible (WEB)
For I will defend this city to save it, for my own sake, and for my servant David's sake.
Young's Literal Translation (YLT)
And I have covered over this city, To save it, for Mine own sake, And for the sake of David My servant.'
| For I will defend | וְגַנּוֹתִ֛י | wĕgannôtî | veh-ɡa-noh-TEE |
| אֶל | ʾel | el | |
| this | הָעִ֥יר | hāʿîr | ha-EER |
| city, | הַזֹּ֖את | hazzōt | ha-ZOTE |
| to save | לְהֽוֹשִׁיעָ֑הּ | lĕhôšîʿāh | leh-hoh-shee-AH |
| sake, own mine for it, | לְמַֽעֲנִ֔י | lĕmaʿănî | leh-ma-uh-NEE |
| and for my servant | וּלְמַ֖עַן | ûlĕmaʿan | oo-leh-MA-an |
| David's | דָּוִ֥ד | dāwid | da-VEED |
| sake. | עַבְדִּֽי׃ | ʿabdî | av-DEE |
Cross Reference
2 राजा 20:6
और मैं तेरी आयु पन्द्रह वर्ष और बढ़ा दूंगा। और अश्शूर के राजा के हाथ से तुझे और इस नगर को बचाऊंगा, और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करूंगा।
यशायाह 31:5
पंख फैलाई हुई चिडिय़ों की नाईं सेनाओं का यहोवा यरूशलेम की रक्षा करेगा; वह उसकी रक्षा कर के बचाएगा, और उसको बिन छूए ही उद्धार करेगा॥
1 राजा 11:12
तौभी तेरे पिता दाऊद के कारण तेरे दिनो में तो ऐसा न करूंगा; परन्तु तेरे पुत्र के हाथ से राज्य छीन लूंगा।
यशायाह 38:6
अश्शूर के राजा के हाथ से मैं तेरी और इस नगर की रक्षा कर के बचाऊंगा॥
1 राजा 15:4
तौभी दाऊद के कारण उसके परमेश्वर यहोवा ने यरूशलेम में उसे एक दीपक दिया अर्थात उसके पुत्र को उसके बाद ठहराया और यरूशलेम को बनाए रखा।
इफिसियों 1:14
वह उसके मोल लिए हुओं के छुटकारे के लिये हमारी मीरास का बयाना है, कि उस की महिमा की स्तुति हो॥
इफिसियों 1:6
कि उसके उस अनुग्रह की महिमा की स्तुति हो, जिसे उस ने हमें उस प्यारे में सेंत मेंत दिया।
यहेजकेल 36:22
इस कारण तू इस्राएल के घराने से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे इस्राएल के घराने, मैं इस को तुम्हारे निमित्त नहीं, परन्तु अपने पवित्र नाम के निमित्त करता हूँ जिसे तुम ने उन जातियों में अपवित्र ठहराया जहां तुम गए थे।
यिर्मयाह 33:26
तब ही मैं याकूब के वंश से हाथ उठाऊंगा।,और इब्राहीम, इसहाक और याकूब के वंश पर प्रभुता करने के लिये अपने दास दाऊद के वंश में से किसी को फिर न ठहराऊंगा। परन्तु इसके विपरीत मैं उन पर दया कर के उन को बंधुआई से लौटा लाऊंगा।
यिर्मयाह 33:21
तब ही जो वाचा मैं ने अपने दास दाऊद के संग बान्धी है टूट सकेगी, कि तेरे वंश की गद्दी पर विराजने वाले सदैव बने रहेंगे, और मेरी वाचा मेरी सेवा टहल करने वाले लेवीय याजकों के संग बन्धी रहेगी।
यिर्मयाह 23:5
यहोवा की यह भी वाणी है, देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धमीं अंकुर उगाऊंगा, और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से प्रभुता करेगा।
यशायाह 48:11
अपने निमित्त, हां अपने ही निमित्त मैं ने यह किया है, मेरा नाम क्यों अपवित्र ठहरे? अपनी महिमा मैं दूसरे को नहीं दूंगा॥
यशायाह 48:9
अपने ही नाम के निमित्त मैं क्रोध करने में विलम्ब करता हूं, ओर अपनी महिमा के निमित्त अपने तईं रोक रखता हूं, ऐसा न हो कि मैं तुझे काट डालूं।
यशायाह 43:25
मैं वही हूं जो अपने नाम के निमित्त तेरे अपराधों को मिटा देता हूं और तेरे पापों को स्मरण न करूंगा।
यशायाह 9:7
उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिये वे उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से ले कर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर संभाले रहेगा। सेनाओं के यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा॥
भजन संहिता 46:5
परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी टलने का नहीं; पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है।
व्यवस्थाविवरण 32:27
परन्तु मुझे शत्रुओं की छेड़ छाड़ का डर था, ऐसा न हो कि द्रोही इस को उलटा समझकर यह कहने लगें, कि हम अपने ही बाहुबल से प्रबल हुए, और यह सब यहोवा से नहीं हुआ॥
भजन संहिता 48:2
सिय्योन पर्वत ऊंचाई में सुन्दर और सारी पृथ्वी के हर्ष का कारण है, राजाधिराज का नगर उत्तरी सिरे पर है।