2 इतिहास 34:21
कि तुम जा कर मेरी ओर से और इस्राएल और यहूदा में रहने वालों की ओर से इस पाई हुई पुस्तक के वचनों के विष्य यहोवा से पूछो; क्योंकि यहोवा की बड़ी ही जलजलाहट हम पर इसलिये भड़की है कि हमारे पुरखाओं ने यहोवा का वचन नहीं माना, और इस पुस्तक में लिखी हुई सब आज्ञाओं का पालन नहीं किया।
Go, | לְכוּ֩ | lĕkû | leh-HOO |
inquire of | דִרְשׁ֨וּ | diršû | deer-SHOO |
אֶת | ʾet | et | |
the Lord | יְהוָ֜ה | yĕhwâ | yeh-VA |
for | בַּֽעֲדִ֗י | baʿădî | ba-uh-DEE |
for and me, | וּבְעַד֙ | ûbĕʿad | oo-veh-AD |
them that are left | הַנִּשְׁאָר֙ | hannišʾār | ha-neesh-AR |
Israel in | בְּיִשְׂרָאֵ֣ל | bĕyiśrāʾēl | beh-yees-ra-ALE |
and in Judah, | וּבִֽיהוּדָ֔ה | ûbîhûdâ | oo-vee-hoo-DA |
concerning | עַל | ʿal | al |
the words | דִּבְרֵ֥י | dibrê | deev-RAY |
book the of | הַסֵּ֖פֶר | hassēper | ha-SAY-fer |
that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
is found: | נִמְצָ֑א | nimṣāʾ | neem-TSA |
for | כִּֽי | kî | kee |
great | גְדוֹלָ֤ה | gĕdôlâ | ɡeh-doh-LA |
wrath the is | חֲמַת | ḥămat | huh-MAHT |
of the Lord | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
is poured out | נִתְּכָ֣ה | nittĕkâ | nee-teh-HA |
because us, upon | בָ֔נוּ | bānû | VA-noo |
עַל֩ | ʿal | al | |
our fathers | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
have not | לֹֽא | lōʾ | loh |
kept | שָׁמְר֤וּ | šomrû | shome-ROO |
אֲבוֹתֵ֙ינוּ֙ | ʾăbôtênû | uh-voh-TAY-NOO | |
the word | אֶת | ʾet | et |
of the Lord, | דְּבַ֣ר | dĕbar | deh-VAHR |
to do | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
all after | לַֽעֲשׂ֕וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
that is written | כְּכָל | kĕkāl | keh-HAHL |
in | הַכָּת֖וּב | hakkātûb | ha-ka-TOOV |
this | עַל | ʿal | al |
book. | הַסֵּ֥פֶר | hassēper | ha-SAY-fer |
הַזֶּֽה׃ | hazze | ha-ZEH |